

यूपी के देवरिया जिले के रुद्रपुर कस्बे में एक विवादित पोस्टर को लेकर दो समुदायों के बीच तनाव फैल गया है। पुलिस द्वारा दो बार पोस्टर हटाए जाने के बाद हिंदू संगठन और भाजपा नेता भड़क उठे, जिसके बाद भारी प्रदर्शन हुआ।
देवरिया में विवादित पोस्टर से बवाल
Deoria: यूपी के देवरिया जिले के रुद्रपुर कस्बे में एक विवादित पोस्टर को लेकर दो समुदायों के बीच तनाव फैल गया है। पुलिस द्वारा दो बार पोस्टर हटाए जाने के बाद हिंदू संगठन और भाजपा नेता भड़क उठे, जिसके बाद भारी प्रदर्शन हुआ। पुलिस ने भाजपा नेता छट्ठे लाल निगम को नजरबंद कर सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें प्रदर्शन में शामिल होने से रोका है।
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रुद्रपुर कस्बे में एक विवादित पोस्टर को लेकर दो दिन से तनाव का माहौल बना हुआ है। पोस्टर पर लिखा था- "मुगलों का बाप छत्रपति शिवाजी महाराज", जिसे हिंदू संगठन ने सोमवार को एक दुर्गा पंडाल के पास लगाया था। लेकिन इस पर दूसरे समुदाय की आपत्ति के बाद पुलिस ने कार्रवाई की और पोस्टर हटा दिया।
नोएडा से क्या गायब हो जाएंगे 400 डॉक्टर्स, स्वास्थ्य विभाग ने इस चीज पर लगा दी रोक, जानें पूरा मामला
सोमवार से शुरू हुआ विवाद
हिंदू संगठनों द्वारा लगाए गए इस पोस्टर को सोमवार को पुलिस ने पहली बार हटाया। इसके विरोध में कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए और फिर से पोस्टर लगा दिया। प्रशासन की तरफ से मौके पर एसडीएम और स्थानीय पुलिस अधिकारी पहुंचे और कार्रवाई का भरोसा देकर धरना खत्म करवाया। मगर मामला यहीं नहीं थमा। मंगलवार रात को पुलिस ने एक बार फिर से पोस्टर हटा दिया। बुधवार सुबह जब लोगों ने देखा कि पोस्टर गायब है, तो फिर से प्रदर्शन शुरू हो गया।
सीसीटीवी में दिखी पुलिस की कार्रवाई, गुस्साए लोग फिर उतरे सड़कों पर
स्थानीय लोगों और संगठनों को जब पता चला कि पोस्टर को रात में हटाया गया है, तो उनका गुस्सा फूट पड़ा। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि पुलिसकर्मी रात के अंधेरे में पोस्टर हटा रहे हैं। इसको लेकर लोगों ने सवाल उठाया कि क्या शिवाजी महाराज का नाम लेना अब अपराध है?
भाजपा नेता को किया गया नजरबंद
इस प्रदर्शन को और उग्र होने से रोकने के लिए पुलिस ने रुद्रपुर के पूर्व चेयरमैन और भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष छट्ठे लाल निगम को उनके घर में ही नजरबंद कर दिया। पुलिस का कहना है कि यह कदम शांति बनाए रखने के उद्देश्य से उठाया गया है। छट्ठे लाल निगम का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें वह कहते नजर आ रहे हैं- "हम अपने घर में कैद हैं, क्या लोकतंत्र में विरोध की भी आजादी नहीं बची?"
Hamirpur News: वायरल वीडियो में कैद हुई दरोगा की हरकत, इंसानियत को किया शर्मसार
'इस्लाम जिंदाबाद' पोस्टर पर क्यों नहीं हुई कार्रवाई?
छट्ठे लाल निगम और अन्य प्रदर्शनकारियों ने सवाल उठाया कि बारावफात के मौके पर इसी चौक पर 'इस्लाम जिंदाबाद' लिखे पोस्टर लगे थे, तब पुलिस ने कोई कदम क्यों नहीं उठाया? उनका आरोप है कि प्रशासन एकतरफा कार्रवाई कर रहा है और हिंदू आस्था को निशाना बना रहा है।
दुर्गा पंडाल और ताजिया का एक ही चौक, तनाव की जड़
रुद्रपुर कस्बे का यह मुख्य चौक, जहां यह विवादित पोस्टर लगाया गया था, धार्मिक रूप से संवेदनशील माना जाता है। यहां पर एक तरफ दुर्गा पंडाल सजाया जाता है, वहीं दूसरी ओर ताजिया भी रखे जाते हैं। इसी वजह से वर्षों से यहां पर प्रशासन सतर्क रहता है, मगर इस बार मामला तेज राजनीतिक रंग ले चुका है।
पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा, नेताओं के घर पर भी निगरानी
घटना के बाद रुद्रपुर में पुलिस बल बढ़ा दिया गया है। सभी प्रमुख हिंदू संगठनों और भाजपा नेताओं के घरों के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है ताकि कोई अप्रिय स्थिति न बने। एसडीएम और सीओ ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें।
क्या कहना है प्रशासन का?
प्रशासन की ओर से अभी तक कोई औपचारिक प्रेस रिलीज नहीं आई है, लेकिन पुलिस सूत्रों का कहना है कि धार्मिक भावना भड़काने वाले किसी भी पोस्टर को अनुमति नहीं दी जाएगी, चाहे वह किसी भी पक्ष से हो। उनका कहना है कि दो समुदायों में तनाव की स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।