

रायबरेली में बरसात से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों के पुनःनिर्माण की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने आज कलेक्ट्रेट परिसर में एकजुट होकर प्रदर्शन किया। ऐसे में जल्द ही सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया तो कांग्रेस कार्यकर्ता और ग्रामीण बड़े स्तर पर जन आंदोलन करेंगे। पढ़ें पूरी खबर
रायबरेली: उत्तर प्रदेश के रायबरेली में बरसात से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों के पुनःनिर्माण की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने आज कलेक्ट्रेट परिसर में एकजुट होकर प्रदर्शन किया। ऐसे में जल्द ही सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया तो कांग्रेस कार्यकर्ता और ग्रामीण बड़े स्तर पर जन आंदोलन करेंगे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार सदर विधानसभा क्षेत्र के राही ब्लॉक में आटी नोगोवा गांव के दो मुख्य मार्ग बारिश से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
ग्रामीण बड़े स्तर पर जन आंदोलन
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव अतुल सिंह ने बताया कि इन सड़कों की खराब स्थिति से ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि बारिश से पहले भी विकास विभाग के अधिकारियों को कई बार सड़क निर्माण के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया था। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण प्रदर्शन करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया तो कांग्रेस कार्यकर्ता और ग्रामीण बड़े स्तर पर जन आंदोलन करेंगे।
चार पहिया वाहनों से उड़ने वाली कीचड़ से भी परेशानी
वहीं विकास खंड दीनशाह गौरा में गदागंज से जलालपुरधई होकर नारायणपुर बन्ना जाने वाली सड़क की स्थिति अत्यंत खराब हो गई है। बरसात के कारण सड़क पर जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं। इस मार्ग पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। साइकिल और मोटरसाइकिल चालक गिरकर चोटिल हो रहे हैं। पैदल चलने वालों को चार पहिया वाहनों से उड़ने वाली कीचड़ से भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अधिकारी ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई
स्थानीय निवासियों के अनुसार, पहले गदागंज से बन्ना तक का सफर 15 मिनट में पूरा हो जाता था। अब इसी दूरी को तय करने में एक घंटे से अधिक समय लग रहा है। इस मार्ग से प्रतिदिन करीब 10 हजार लोग गुजरते हैं। शिवनगर से लखनऊ और जलालपुरधई से लखनऊ जाने वाली रोडवेज बसें भी इसी मार्ग का उपयोग करती हैं।जलालपुरधई, चरूहार और पयागपुर के निवासियों ने बताया कि उन्होंने कई बार जिलाधिकारी रायबरेली को इस समस्या से अवगत कराया है। लेकिन अभी तक इस मामले में किसी अधिकारी ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई है।