

यूपी के चंदौली जनपद में भारतमाला एक्सप्रेसवे का विरोध करते हुए किसानों ने निर्माण कार्य रोकवा दिया और उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं। पढे़ं डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
बहेरा गांव में भारतमाला एक्सप्रेसवे का किसानों ने किया विरोध
चंदौली: जनपद के बबुरी थाना क्षेत्र स्थित बहेरा गांव में मंगलवार को किसानों ने भारतमाला एक्सप्रेसवे के निर्माण का जोरदार विरोध किया। नाराज किसानों ने निर्माण कार्य में लगी कंपनी के कर्मचारियों को काम करने से रोक दिया और उन्हें मौके से वापस लौटा दिया। किसानों का कहना है कि जब तक उन्हें जमीन का उचित मुआवजा, सर्विस रोड और एक्सप्रेसवे के साथ पिलर निर्माण की गारंटी नहीं दी जाती, तब तक वे निर्माण कार्य नहीं होने देंगे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, किसानों और ठेकेदारों के बीच जमीन अधिग्रहण को लेकर काफी समय से विवाद की स्थिति बनी हुई थी, जो मंगलवार को खुलकर सामने आ गई। जैसे ही निर्माण कार्य दोबारा शुरू किया गया, ग्रामीणों ने एकत्र होकर प्रदर्शन शुरू कर दिया और काम रोक दिया। विरोध के दौरान गांव में तनावपूर्ण स्थिति बन गई, जिसके चलते कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर तैनात करनी पड़ी।
सरकार किसानों की जमीन लेकर अरबों की सड़क बना रही है, लेकिन मुआवजा देने में सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। हम केवल अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी, निर्माण नहीं होने देंगे।
किसानों के समर्थन में शम्मी सिंह
विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलते ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और सैयदराजा के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू मौके पर पहुंचे और किसानों के समर्थन में धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा, सरकार ने किसानों से बिना संवाद किए जबरन जमीन ले ली। मुआवजे और बुनियादी सुविधाओं के बिना निर्माण कार्य अत्याचार के समान है। यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलन को प्रदेश स्तर तक ले जाया जाएगा।
मौके पर पहुंचे भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राणा सिंह ने भी किसानों की समस्याओं को जायज ठहराते हुए कहा, सरकार को चाहिए कि वह पारदर्शी तरीके से मुआवजा वितरण करे और ग्रामीणों की जरूरतों को प्राथमिकता दे। विकास जरूरी है, लेकिन किसानों के अधिकारों की अनदेखी करके नहीं।
प्रदर्शन के दौरान प्रशासन भी हरकत में आया। अधिकारियों की एक टीम ने गांव पहुंचकर किसानों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना। अधिकारियों ने किसानों को भरोसा दिलाया कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है और शीघ्र ही समाधान निकाला जाएगा।
काम का विरोध कर रहे किसानों को शांत कराती पुलिस
इस पूरे घटनाक्रम के बाद गांव में अस्थायी रूप से निर्माण कार्य रोक दिया गया है। हालांकि पुलिस बल मौके पर तैनात है और स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में बताई जा रही है।
गौरतलब है कि भारतमाला एक्सप्रेसवे देश के प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में से एक है, जिसका मकसद तेज, सुरक्षित और आधुनिक सड़क संपर्क देना है। लेकिन इसके निर्माण को लेकर मुआवजा और भूमि अधिग्रहण की समस्याएं अक्सर विरोध का कारण बन रही हैं।