

यूपी के चंदौली जनपद में मोहर्रम पर 497 स्थानों पर ताजिया स्थापित किया गया, जो कि आज यानी रविवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दफन होगा।
ताजिया और हजारों अकीदतमंदों का सैलाब
Chandauli: मोहर्रम की नवमी तिथि को जिले भर में शनिवार रात परंपरागत रूप से ताजिए स्थापित किए गए। जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में कुल 497 स्थानों पर ताजिए रखे गए हैं। मोहर्रम के इस पवित्र अवसर पर मुस्लिम समुदाय द्वारा पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ ताजिए स्थापित कर रविवार को कर्बला में दफनाने की तैयारी की जा रही है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, जिले में सबसे अधिक 122 ताजिए मुगलसराय क्षेत्र में स्थापित किए गए हैं, जो आयोजन की भव्यता और जनभागीदारी को दर्शाता है। इसके अतिरिक्त सैयदराजा में 43, चकिया कोतवाली क्षेत्र में 44, अलीनगर में 42, बलुआ में 35, धानापुर में 30, सकलडीहा और चकरघट्टा में 29-29, चंदौली कोतवाली में 22, धीना में 20, कंदवा में 11, नौगढ़ में 4 और इलिया में 3 ताजिए रखे गए हैं। प्रत्येक स्थान पर समुदाय विशेष द्वारा धार्मिक मान्यताओं के अनुरूप ताजिए सजाए गए हैं।
रविवार को मोहर्रम की 10वीं तिथि को सभी स्थानों से ताजिया जुलूस निकालकर कर्बला के लिए रवाना किया जाएगा। परंपरा के अनुसार, जुलूस में शामिल लोग लकड़ी खेलते हुए विभिन्न करतब और धार्मिक भावनाओं से ओतप्रोत कारनामे प्रस्तुत करेंगे। ताजिएदार कर्बला पहुंचकर प्रतीकात्मक रूप से ताजियों को दफन करेंगे, जो हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में किया जाता है।
मोहर्रम की धूम
इस मौके पर शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं। पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया है कि जुलूस के दौरान कर्बला तक जाने वाले मार्गों पर सतर्क निगरानी रखी जाए। किसी भी प्रकार की अफवाह या अनुशासनहीनता से निपटने के लिए पीएसी बल और अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है।
पुलिस प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि ताजिया जुलूस केवल पूर्व निर्धारित मार्गों से ही गुजरेंगे। किसी भी नई परंपरा को अपनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जिससे धार्मिक सौहार्द और व्यवस्था बनी रहे। प्रशासन द्वारा सभी ताजिएदारों से अपील की गई है कि वे नियमों का पालन करें और जुलूस को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराएं।
जनपद में मोहर्रम के आयोजन को लेकर उत्साह और श्रद्धा का वातावरण बना हुआ है। वहीं पुलिस और प्रशासनिक अमला पूरी तरह से मुस्तैद है ताकि यह धार्मिक आयोजन शांतिपूर्वक और व्यवस्थित तरीके से संपन्न हो सके।