

चंदौली में डीडीयू जीआरपी ने 50 लाख की ट्रेन चोरी के आरोपी फौजदार समेत तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। बरामद हुए सोने-चांदी के आभूषण और मोबाइल।
जीआरपी ने फौजदार समेत तीन चोर को किया गिरफ्तार
Chandauli: डीडीयू जंक्शन पर GRP (Government Railway Police) को बड़ी सफलता हाथ लगी है। अंतरराज्यीय चोरी गैंग के तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक मुख्य आरोपी बंगाल निवासी फौजदार भी शामिल है। यह वही फौजदार है जो बेगमपुरा ट्रेन में हुए करीब 50 लाख रुपये की चोरी के मामले में वांछित चल रहा था।
इन तीनों आरोपियों की कार्यशैली बेहद खतरनाक थी। GRP के अनुसार, आरोपी आम तौर पर रात के वक्त चलती ट्रेनों के आउटर पर धीमी रफ्तार का फायदा उठाकर वारदात को अंजाम देते थे। जैसे ही ट्रेन आउटर पर रुकती या धीमी होती, ये चोर डिब्बों में घुसकर यात्रियों की सोने की चेन, मोबाइल और नकदी झपट लेते और मौके से कूदकर फरार हो जाते।
फौजदार के खिलाफ दर्ज हैं 11 आपराधिक मुकदमे
गिरफ्तार मुख्य आरोपी फौजदार पश्चिम बंगाल का निवासी है। उसके खिलाफ वाराणसी और डीडीयू जीआरपी में 11 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह बेहद शातिर अंदाज में चोरी की वारदात को अंजाम देता था और पिछले काफी समय से पुलिस को चकमा दे रहा था।
फौजदार के साथ गिरफ्तार किए गए दो अन्य आरोपी चंदौली जिले के निवासी हैं। ये तीनों मिलकर एक गैंग के रूप में काम करते थे और ट्रेनों में सफर कर रहे यात्रियों को अपना निशाना बनाते थे।
GRP डीडीयू ने इन चोरों के पास से सोने के आभूषण, मोबाइल और नगदी बरामद की है जिसकी कुल कीमत लगभग 3 लाख रुपय बताई जा रही है। चोरी के इस सामान को ये लोग अवैध तरीके से बेचकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे।
बरामद हुआ सामान
इन तीनों को GRP ने डीडीयू जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर 1/2 के GT रोड ब्रिज से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पहले से सूचना के आधार पर जाल बिछाया और मौके पर दबिश देकर तीनों को धर दबोचा।
GRP डीडीयू के इंस्पेक्टर सुरेश कुमार सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि, यह गैंग लंबे समय से रेलवे यात्रियों को निशाना बना रहा था। हमें पहले से इनकी मूवमेंट की जानकारी मिली थी। हमारी टीम ने लगातार निगरानी और तकनीकी सर्विलांस की मदद से इन्हें ट्रैक किया और आखिरकार आज इन्हें पकड़ लिया गया।
GRP ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत रेलवे पुलिस को दें।