

नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने शहर की स्वच्छता और सुंदरता को बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। मंगलवार को आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में नगर आयुक्त ने नालों की सफाई, फॉगिंग, एंटी-लार्वा छिड़काव और अन्य स्वच्छता व्यवस्थाओं पर जोर देते हुए कई निर्देश जारी किए। बैठक में अपर नगर आयुक्त, सभी जोनल अधिकारी, सफाई निरीक्षक, नगर स्वास्थ्य अधिकारी और जोनल सेनेटरी अधिकारी मौजूद रहे।
गोरखपुर में नगर निगम की चेतावनी
Gorakhpur: नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने शहर की स्वच्छता और सुंदरता को बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। मंगलवार को आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में नगर आयुक्त ने नालों की सफाई, फॉगिंग, एंटी-लार्वा छिड़काव और अन्य स्वच्छता व्यवस्थाओं पर जोर देते हुए कई निर्देश जारी किए। बैठक में अपर नगर आयुक्त, सभी जोनल अधिकारी, सफाई निरीक्षक, नगर स्वास्थ्य अधिकारी और जोनल सेनेटरी अधिकारी मौजूद रहे।
नगर आयुक्त ने शहर में अवैध पोस्टर चिपकाने वालों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया। उन्होंने निर्देश दिए कि नगर निगम द्वारा बनवाई गई पेंटिंग्स, डिवाइडर और पोल पर पोस्टर चिपकाने वालों के खिलाफ 5,000 से 50,000 रुपये तक का चालान किया जाए। पोस्टर पर अंकित मोबाइल नंबर के आधार पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
बैठक में सफाई व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए कई निर्णय लिए गए। नगर आयुक्त ने लगातार अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों को नौकरी से हटाने के निर्देश दिए। सभी सफाई कर्मचारियों को रेनकोट वितरित करने की जिम्मेदारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी को सौंपी गई। साथ ही, जोनल अधिकारियों और सफाई निरीक्षकों को सुबह के समय वार्डों, मुख्य मार्गों, महापुरुषों की मूर्तियों, कलवर्ट और टर्निंग पॉइंट्स की सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा गया।
जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नालों की सफाई के बाद स्लैब तुरंत लगाने के निर्देश दिए गए। प्रत्येक सफाई निरीक्षक को एमआरएफ सेंटर और जीटीएस पर रोजाना कम से कम एक घंटा कार्य करने का आदेश दिया गया। सड़कों पर कूड़ा फेंकने और सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग करने वालों पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई होगी। खाली प्लॉटों में कूड़ा हटाने के लिए मालिकों को नोटिस जारी करने का निर्देश भी दिया गया।
शाम के समय लगने वाली फूड कार्ट्स से यूजर चार्ज वसूलने और वार्डों में कंपोस्ट पिट के संचालन की जिम्मेदारी सफाई निरीक्षकों को दी गई। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की जिम्मेदारी वार्ड सुपरवाइजर को सौंपी गई। इसकी साप्ताहिक समीक्षा नगर स्वास्थ्य अधिकारी और जोनल सेनेटरी अधिकारी करेंगे, जबकि हर 15 दिन में अपर नगर आयुक्त प्रगति की समीक्षा करेंगे।
नगर आयुक्त ने महानगर के सभी मुख्य मार्गों पर सफाई व्यवस्था को और प्रभावी करने के लिए गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिए। शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए नगर निगम का यह अभियान निरंतर जारी रहेगा।
यह कदम गोरखपुर को स्वच्छ, सुंदर और व्यवस्थित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।