बारांबकी में धोखाधड़ी का शिकार हुआ बिल्डर, जमीन दिखाकर हड़पे 20 लाख रुपए, यहां जानें पूरा माजरा

बाराबंकी जनपद में एक ऐसी घटना घटी है, जो आपके भी होश उड़ा देगी। देवरिया निवासी प्राइवेट बिल्डर के साथ एक बड़ी धोखाधड़ी हुई है, जिसके बाद वह सीधा कोर्ट पहुंच गया। पढ़िए पूरी खबर

Post Published By: Tanya Chand
Updated : 30 June 2025, 12:25 PM IST
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Barabanki: उत्तर प्रदेश के बारांबकी जनपद से एक हैरत अंगेज खबर सामने आई है, जहां एक व्यक्ति के साथ बड़ी धोखाधड़ी हुई है। बता दें कि देवरिया निवासी एक प्राइवेट बिल्डर ने जमीन खरीदने के नाम पर गोरखपुर के दो व्यक्तियों पर करीब 20 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के मुताबिक इस दौरान व्यक्ति ने आरोप लगाते हुए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। एसीजेएम कोर्ट नं- 16 में दाखिल अर्जी में बिल्डर ने आरोप लगाया कि विपक्षियों ने रजिस्ट्री और एग्रीमेंट के फर्जी दस्तावेज दिखाकर न केवल बयाने के नाम पर पैसा लिया बल्कि बाद में रजिस्ट्री किसी अन्य व्यक्ति के नाम कर दी और पैसा वापस मांगने पर धमकाने लगे।

ये है पूरा मामला
बता दें कि प्राप्त विवरण के अनुसार, दीपक (उम्र 37 साल) निवासी ग्राम भटवलिया, थाना देवत्रिया, जिला देवरिया, अकचिता इन्फ्रा डेवलपर प्रा. लि. के डायरेक्टर हैं। उन्होंने कोर्ट में दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि वे बाराबंकी में जमीन खरीदना चाहते थे, जिसके लिए उनकी मुलाकात गोरखपुर निवासी राजकुमार सिंह और उसके साथी लालेन्द्र उर्फ पप्पू से हुई।

आरोपियों की ऐसे खुली पोल
आरोप है कि राजकुमार सिंह ने दुल्हीपुर और पल्हरी गांव की कई गाटों की रजिस्ट्री और एग्रीमेंट की फोटो कॉपी दिखाकर जमीन बेचने की बात कही। दीपक ने बताया कि राजकुमार की बातों पर भरोसा कर उन्होंने 26 दिसंबर 2024 को पांच लाख रुपये नगद और 29 फरवरी 2024 को 15 लाख रुपये का चेक (बंधन बैंक, गोमतीनगर) दिया। लेकिन जब उन्होंने रजिस्ट्री की बात की तो राजकुमार सिंह टालमटोल करने लगे। बाद में जानकारी मिली कि संबंधित भूमि (गाटा संख्या 281, रकबा 0.073 हेक्टेयर) की रजिस्ट्री 2 अप्रैल 2024 को किसी अजित राय के नाम पहले ही हो चुकी थी।

आरोपियों ने खुद को बताया गोरखपुर सांसद का प्रतिनिधि
जानकारी मिलने के बाद जब दीपक ने पैसा वापस मांगा तो राजकुमार सिंह ने कथित तौर पर उन्हें गालियां दी और जान से मारने की धमकी दी। इतना ही नहीं, खुद को गोरखपुर सांसद रवि किशन का प्रतिनिधि बताते हुए सरकारी रौब दिखाया।

शिकायत पर पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाही
इस पूरे प्रकरण में दीपक ने 19 मई 2025 को एसपी बाराबंकी को रजिस्टर्ड डाक से प्रार्थना पत्र भेजा लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अंततः उन्होंने न्यायालय में धारा 173(4) बीएनएसएस के तहत प्रार्थना पत्र दाखिल कर रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की।

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