

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में छांगूर बाबा के अवैध धर्मांतरण के पर्दाफाश के बाद अब गाजियाबाद में ही एक फर्जी दूतावास का भंडाफोड़ हुआ है, जहां से कई तरह के गोरखधंधे चल रहे थे।
फर्जी दूतावास का भंडाफोड़
गाजियाबाद: देश की राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम ने एक फर्जी दूतावास का भंडाफोड़ किया है। यहां वीआईपी गाड़ियों पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर कई तरह के गोरखधंधे संचालित हो रहे थे। यूपी एसटीएफ ने इस पर्दाफाश के साथ ही एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
डाइनामाइट न्यूज़ के यूपी एसटीएफ से मिली जानकारी के अनुसार, एसटीएफ की नोएडा यूनिट द्वारा मंगलवार को एक छापेमारी के बाद गाजियाबाद में चल रहे इस अवैध दूतावास का भंडाफोड़ किया। इसके साथ ही हर्ष वर्धन जैन पुत्र जेडी जैन निवासी केबी 45 कविनगर गाजियाबाद को गिरफ्तार किया गया।
जानकारी के मुताबिक, आरोपी हर्षवर्धन केबी 35 कवीनगर में किराए का मकान लेकर अवैध रूप से वेस्ट आर्कटिक दूतावास चला रहा था। वह खुद को West Arctica, Saborga, Poulvia, Lodonia आदि देशों का कॉन्सुल/एम्बेसडर बताता था और कई डिप्लोमेटिक नम्बर प्लेट लगी गाड़ियों से चलता था।
उत्तर प्रदेश STF ने गाजियाबाद के कविनगर इलाके में एक फर्जी दूतावास चलाने वाले हर्षवर्धन जैन को गिरफ्तार किया है। वह खुद को वेस्ट आर्कटिका और अन्य काल्पनिक देशों का एम्बेसडर बताकर लोगों को धोखा देता था।#BreakingNews #Ghaziabad #viralvideo #STFAction#FakeEmbassy #LATEST pic.twitter.com/McuvrpgaP9
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) July 23, 2025
आरोपी लोंगो को प्रभाव में लेने के लिए प्रधानमंत्री,राष्ट्रपति और कई अन्य गणमान्य लोंगो के साथ अपनी मॉर्फ़ की हुई फोटो का भी प्रयोग करता है। आरोपी का मुख्य काम कंपनियों और प्राइवेट व्यक्तियों को बाहर के देशों में काम दिलाने के नाम पर दलाली करना तथा शेल कंपनियों के माध्यम से हवाला रैकेट चलाना है।
हर्षवर्धन के पूर्व में चंद्रास्वामी और अदनान खगोशी (इंटरनेशनल आर्म्स डीलर) से भी संपर्क में होने की बात का पता चला है। 2011 में हर्षवर्धन से अवैध सॅटॅलाइट फ़ोन भी बरामद हुआ था, जिसका अभियोग थाना कविनगर में पंजीकृत है।
हर्षवर्धन जैन गिरफ्तार
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि छापेमारी में उसके पास से 4 डिप्लोमैटिक गाड़ियाँ, 12 फर्जी पासपोर्ट, विदेश मंत्रालय की मोहर लगे जाली दस्तावेज, दो फर्जी पैन कार्ड, 34 विदेशी व कंपनी की मोहरें, 2 फर्जी प्रेस कार्ड, ₹44.70 लाख नगद, विभिन्न देशों की मुद्रा और 18 डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट बरामद हुई हैं।
थाना कविनगर में अभियोग पंजीकृत कर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। फिलहाल STF इस गिरोह के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की भी जांच कर रही है।