

कुशीनगर में रामकोला पुलिस ने एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो नाबालिग हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन और यौन शोषण कर रहा था। चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है। गिरोह का नेटवर्क व्यापक है। इस मामले में पुलिस जांच में जुटी है।
कुशीनगर पुलिस ने किया खुलासा
Kushinagar News: कुशीनगर जिले में रामकोला थाना पुलिस ने एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो नाबालिग हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर उनका धर्म परिवर्तन कर रहा था और उनके साथ यौन शोषण जैसी संगीन अपराधों को अंजाम दे रहा था। पुलिस की इस कार्रवाई के दौरान चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है।
कैसे सामने आया मामला
पीड़िता के पिता ने पुलिस को सूचित किया था कि उसकी 15 वर्षीय नाबालिग बेटी को गांव के ही अरमान पुत्र अमरूदीन और उसके साथियों हमदम पुत्र जैनुद्दीन व रामबर निवासी ने शादी का झांसा देकर बहला-फुसलाकर भगाया गया है। यह मामला पहले भी थाना रामकोला में दर्ज हुआ था। जिसमें तीन और नाबालिग लड़कियों का अपहरण किया गया था। इन तीनों लड़कियों को बाद में महाराष्ट्र के मुंबई से बरामद किया गया था, जिससे यह साफ है कि गिरोह का नेटवर्क व्यापक और संगठित है।
गिरोह का नेटवर्क
एसपी संतोष मिश्रा ने बताया कि विवेचना के दौरान यह पता चला है कि टेकुआ टार थाना क्षेत्र में सक्रिय एक मुस्लिम युवकों का गिरोह “लव जिहाद” जैसी योजनाओं में संलिप्त है। यह गिरोह हिंदू समुदाय की नाबालिग लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाता है, उनके धर्म परिवर्तन कराता है और फर्जी आधार कार्ड बनवाकर उन्हें धोखे में रखता है। इसके बाद ये गिरोह लड़कियों को बहला-फुसलाकर ले जाकर उनके साथ दुष्कर्म और अन्य अनैतिक कृत्य करता है।
आरोपियों की पहचान
गिरोह के मुख्य सदस्यों में अरमान अली पुत्र अरबुद्दीन अली, अरबाज पुत्र समीउल्लाह, इकरामुल हक पुत्र मैनुद्दीन और जैरुननिशा पत्नी जैनुद्दीन अंसारी शामिल हैं। इन आरोपियों के पास से पुलिस ने तीन फर्जी आधार कार्ड, सात फर्जी सिम कार्ड, एक कार और तीन स्मार्टफोन बरामद किए हैं। इन उपकरणों से गिरोह की नेटवर्किंग और फर्जीवाड़े का पता चलता है, साथ ही इनका आपराधिक खेल भी सामने आया है।
पुलिस का बयान
एसपी संतोष मिश्रा ने कहा कि यह गिरोह पूरी तरह से संगठित और सक्रिय है, जो “लव जिहाद” के माध्यम से नाबालिग लड़कियों को निशाना बनाता है। पुलिस अब इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है। जिसमें आरोपियों के नेटवर्क का पता लगाना और पीड़िताओं की पहचान कर उन्हें न्याय दिलाना प्राथमिक उद्देश्य है। इस संदर्भ में कानूनी कार्रवाई तेज कर दी गई है और नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने के लिए प्रयास जारी हैं।