

थाना महराजगंज पुलिस ने धर्मपरिवर्तन कराने वाले पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़ें पूरी खबर
पुलिस की गिरफ्त में अभियुक्त
जौनपुर: यूपी के जौनपुर जिले से एक सनसनीखेज खबर सामने आई है, जहां महाराजगंज थाने की पुलिस ने धर्म परिवर्तन के एक बड़े मामले का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने हिंदू धर्म की निंदा कर लोगों को ईसाई बनाने के आरोप में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस कार्रवाई में धर्म परिवर्तन से जुड़ी भारी मात्रा में साहित्य और सामग्री भी बरामद की गई है। यह घटना जिले के केवटली गांव की है, जहां स्थानीय निवासी राकेश सिंह ने पुलिस को इस अवैध गतिविधि की सूचना दी थी।
तहरीर के आधार पर मामला दर्ज
बताया जा रहा है कि राकेश सिंह की तहरीर के आधार पर महाराजगंज थाने ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मुकदमा संख्या 107/25 दर्ज कर लिया है। इस मामले में भारतीय नवसनद (बीएनएस) की धारा 299 और 196 के साथ ही उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 की धारा 3/5(1) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
सूचना के आधार पर हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने मिली सूचना के आधार पर छापेमारी कर पांच आरोपियों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से भारी मात्रा में धर्म परिवर्तन से जुड़ी सामग्री बरामद हुई है। आरोपी ग्रामीणों को भड़का रहे थे।
पुलिस ने कई सामाग्री की बरामद
जानकारी के अनुसार, बरामदगी के दौरान पुलिस ने 10 बाइबिल, 19 पॉकेट बुक, ईसाई धर्म से जुड़ी 74 अन्य साहित्य की किताबें और एक एल्बम में 124 तस्वीरें बरामद की हैं। बताया जा रहा है कि इस सामग्री का इस्तेमाल कथित तौर पर लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करने और हिंदू धर्म की निंदा करने के उद्देश्य से किया जा रहा था।
पुलिस के अनुसार, आरोपी संगठित तरीके से इस काम में शामिल थे और गांव के लोगों को गुमराह कर धर्म परिवर्तन के लिए उकसा रहे थे। आपको बता दें कि इस घटना से स्थानीय समुदाय में हड़कंप मच गया है। पुलिस अब मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि पता लगाया जा सके कि क्या इस रैकेट में और भी लोग शामिल हैं? साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या अन्य इलाकों में भी ये गतिविधियां संचालित की जा रही हैं? इस बीच जौनपुर के पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि धर्म परिवर्तन जैसे संवेदनशील मुद्दे पर कानून का सख्ती से पालन किया जाएगा।