

महराजगंज में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना को लेकर बड़ा खुलासा किया गया हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना
महराजगंज: जनपद सरकार द्वारा युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए चलाई जा रही मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना में एक बड़ा मामला सामने आया है। पनियरा क्षेत्र के ग्राम पंचायत सोनबरसा निवासी सना खातून ने इस योजना के तहत पांच लाख रुपये के ऋण के लिए आवेदन किया था। उसका लोन स्वीकृत भी हो गया, लेकिन हैरानी की बात यह है कि उसे न तो कोई मशीन या सामान मिला और न ही नगद धनराशि हाथ में आई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पीड़िता सना खातून ने आरोप लगाया है कि फरवरी माह में उसका ऋण स्वीकृत किया गया। इसके बाद बैंक ने उससे कुछ कोटेशन मंगवाए, जो उसने नियमानुसार जमा भी कर दिए। लेकिन बैंक ने खुद ही चार अलग-अलग फर्मों के कोटेशन लगाकर उनके खातों में पूरी धनराशि ट्रांसफर कर दी। इस प्रक्रिया में न तो उससे सहमति ली गई और न ही उसे कोई जानकारी दी गई।
सना का कहना है कि उसे आज तक कोई भी सामान नहीं मिला और जब वह बैंक में शिकायत करने जाती है तो उसे वहां से भगा दिया जाता है। परेशान होकर उसने अब इस मामले की शिकायत बैंक के विजिलेंस विभाग के साथ-साथ मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी की है।
सना खातून ने बताया कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत सरकार युवाओं को स्वरोजगार शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता देती है। इसका उद्देश्य रोजगार सृजन और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। लेकिन कुछ बैंक कर्मचारी और कोटेशन फर्म के गठजोड़ से इस योजना को पलीता लगाया जा रहा है।
इस संबंध में जब बैंक के शाखा प्रबंधक शिशिर गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने स्वीकार किया कि कोटेशन के आधार पर ही रकम संबंधित फर्मों के खाते में भेज दी गई थी। उन्होंने यह भी माना कि सना को सामान नहीं मिला, और यह गलती फर्म की ओर से हुई है।