

इस दर्नाक हादसे में नोएडा में रहने वाला एक परिवार बेसहारा हो गया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स: इंटरनेट)
नोएडा: हरियाणा के सोनीपत जिले के कुंडली थाना क्षेत्र में कुंडली-गाजियाबाद-पलवल (KGP) एक्सप्रेसवे पर एक भीषण सड़क हादसा हुआ। जिसमें नोएडा की निजी कंपनी में कार्यरत 35 वर्षीय ड्राइवर आशीष मिश्रा की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ, जब उनकी कार सड़क के बीच बिना किसी संकेत के खड़े आइशर कैंटर से टकरा गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, घटना 21 जून की है। आशीष मिश्रा नोएडा स्थित CONCEPT WEAVERS PVT. LTD. में बतौर ड्राइवर काम करते थे। आशीष मिश्रा कंपनी की टाटा कार (DL1LA 6515) से पानीपत जा रहे थे। जैसे ही वह गांव मनौली के पास KGP रोड पर पहुंचे, अचानक एक आइशर कैंटर बीच सड़क पर खड़ा मिला। बिना किसी वॉर्निंग ट्रायंगल या संकेत के खड़ी यह भारी गाड़ी तेज रफ्तार से आती कार की नजर में नहीं आ सकी और कार सीधे कैंटर में जा घुसी।
हादसे में आशीष की मौके पर ही मौत
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए। आशीष मिश्रा को गंभीर सिर और छाती में चोटें आई। हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें तुरंत अस्पताल सोनीपत भिजवाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पत्नी ने दर्ज कराई शिकायत
अब 22 जून को मृतक की पत्नी ज्योति ने कुंडली थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में बताया गया कि आशीष की मौत कैंटर चालक की लापरवाही के कारण हुई, जिसने सड़क के बीच बिना किसी संकेत के वाहन खड़ा किया था। पुलिस ने महिला की शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 285 (लापरवाही से जान खतरे में डालना) और धारा 106 (सार्वजनिक सुरक्षा का उल्लंघन) के तहत एफआईआर संख्या 467 दर्ज की है।
पुलिस ने उठाए जरूरी कदम
112 नंबर पर सूचना मिलते ही ASI मौके पर पहुंचे। दोनों वाहनों का डिजिटल ई-साक्ष्य (इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस) एकत्रित किया गया। परिजनों को तुरंत सूचना दी गई और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया। पोस्टमॉर्टम BNSS की धारा 194 के तहत कराया गया। जांच अधिकारी मामले की जिम्मेदारी तय करने में जुटे हैं।
आशीष के परिजनों पर संकट
आशीष मिश्रा मूल रूप से मध्य प्रदेश के निवासी थे। वर्तमान में वह गाजियाबाद के राम मोहन नगर में अपनी पत्नी और परिवार के साथ रह रहे थे। वह परिवार के इकलौते कमाने वाले सदस्य थे। जिससे पूरे परिवार पर आर्थिक संकट के बादल मंडरा रहे हैं।