

देशभर के मेंथा किसानों को बड़ी राहत मिली है। सबसे अधिक लाभ बाराबंकी के किसानों को होगा क्योंकि पूरे देश में मेंथा उत्पादन में उत्तर प्रदेश और खासकर बाराबंकी अव्वल है। पढ़ें पूरी खबर
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के साथ राज्यमंत्री सतीश शर्मा
बाराबंकी: खाद्य और रसद एवं नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री सतीश चंद्र शर्मा की पहल पर देशभर के मेंथा किसानों को बड़ी राहत मिली है। सबसे अधिक लाभ बाराबंकी के किसानों को होगा क्योंकि पूरे देश में मेंथा उत्पादन में उत्तर प्रदेश और खासकर बाराबंकी अव्वल है।
चार लाख किसान मेंथा की खेती से जुड़े
जानकारी के मुताबिक, यहां लगभग चार लाख किसान मेंथा की खेती से जुड़े हैं। अब तक प्राकृतिक और सिंथेटिक मेंथा दोनों पर समान दर से 12% जीएसटी लागू था। इससे बाजार में सस्ता पड़ने वाला सिंथेटिक मेंथा ज्यादा बिकने लगा और प्राकृतिक मेंथा के दाम पिछले दस सालों से लगभग स्थिर रहे।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात
24 जुलाई को राज्य मंत्री सतीश चंद्र शर्मा ने लोकसभा स्थित कार्यालय में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात कर यह मुद्दा उठाया था। परिणामस्वरूप, जीएसटी काउंसिल ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए प्राकृतिक मेंथा पर जीएसटी घटाकर 12% से 5% कर दी और सिंथेटिक मेंथा पर दर 12% से बढ़ाकर 18% करने पर सहमति दी।
किसानों की पीड़ा केंद्र सरकार तक
विशेषज्ञों का मानना है कि इस फैसले से प्राकृतिक मेंथा के दाम तीन-चार सौ रुपये किलो तक बढ़ सकते हैं। किसान राम प्रसाद, राजेश कुमार, प्रमोद, सरयू प्रसाद और अनिल कुमार ने कहा कि राज्य मंत्री ने समय रहते किसानों की पीड़ा केंद्र सरकार तक पहुंचाई, तभी यह बड़ा निर्णय संभव हुआ। राज्य मंत्री सतीश चंद्र शर्मा ने इस फैसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त किया और कहा कि असली बधाई के पात्र वही हैं।