Banda: 130 जानवरों की देखभाल में लापरवाही, टीनशेड में कीचड़ और गंदगी देख भड़के सीडीओ

बांदा जिले के घूरी गांव की गौशाला में अव्यवस्था देखकर सीडीओ अजय कुमार पांडे नाराज हो गए। 130 से अधिक जानवरों वाली गौशाला में चारा, पानी और साफ-सफाई की भारी कमी मिली। सीडीओ ने ग्राम पंचायत सचिव, ग्राम प्रधान और पशु चिकित्साधिकारी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश जारी किए।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 2 December 2025, 4:37 AM IST
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Banda: विसंडा ब्लॉक के घूरी गांव स्थित गौशाला में अव्यवस्था और लापरवाही का आलम उस समय सामने आया, जब मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अजय कुमार पांडे ने सोमवार को अचानक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गौशाला की स्थिति बेहद खराब पाई गई, जिससे सीडीओ ने मौके पर ही संबंधित अधिकारियों पर नाराजगी जताई और कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।

घूरी गांव की गौशाला में इस समय लगभग 130 गोवंश मौजूद हैं, लेकिन उनकी देखभाल की व्यवस्था पूरी तरह बदहाल मिली। सीडीओ के पहुंचने पर गौशाला में फैली गंदगी, कीचड़ और दुर्गंध ने प्रबंधन की पोल खोल दी। टीनशेड के नीचे गहराई तक कीचड़ भरा हुआ था, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि लंबे समय से सफाई नहीं कराई गई थी। कई जानवर बदहाल हालत में खड़े थे, जिनके सामने न तो उचित चारा था और न ही साफ पानी की उपलब्धता।

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सफाई, चारा और पानी की व्यवस्था फेल

गौशाला में तैनात कर्मचारियों से जब सीडीओ ने पूछताछ की तो उन्होंने माना कि गौशाला में करीब 130 जानवर हैं, जिनकी देखभाल के लिए नियमित व्यवस्था की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत, ग्राम प्रधान और पशु चिकित्साधिकारी की है। लेकिन निरीक्षण के दौरान न तो चारा सही मात्रा में मिला और न ही जल व्यवस्था दुरुस्त पाई गई। कई स्थानों पर सड़ांधयुक्त पानी जमा था, जिससे जानवरों के बीमार पड़ने का खतरा बना हुआ था। सीडीओ ने इसे गंभीर लापरवाही बताते हुए कहा कि इतनी बड़ी संख्या में जानवर होने के बावजूद मौजूदा व्यवस्था बेहद शर्मनाक और अस्वीकार्य है।

गौशाला की दुर्दशा पर सीडीओ ने जताई नाराजगी

निरीक्षण के दौरान सीडीओ अजय कुमार पांडे ने संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को सख्त चेतावनी दी। उन्होंने कहा- “गौशाला में जिन स्तर की सफाई, चारा और पानी की व्यवस्था होनी चाहिए थी, वह कहीं भी नजर नहीं आ रही। यह सीधे-सीधे जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही है।” इसी आधार पर उन्होंने मौके पर ही ग्राम पंचायत सचिव, ग्राम प्रधान और पशु चिकित्साधिकारी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि 24 घंटे के भीतर सुधार नहीं दिखता है तो और कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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गांव में पहले भी उठ चुकी हैं शिकायतें

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि घूरी गांव की गौशाला की हालत लंबे समय से खराब है। कई बार चारा-पानी की कमी और साफ-सफाई न होने की शिकायतें उठाई गईं, लेकिन अब तक कोई ठोस सुधार नहीं हुआ। एक ग्रामीण ने बताया, “गौशाला में जानवरों के लिए पानी तक की सही व्यवस्था नहीं थी। कई बार देखभाल की कमी के कारण जानवर बीमार हो जाते हैं। उम्मीद है कि सीडीओ के हस्तक्षेप से अब व्यवस्थाएं सुधरेंगी।”

गांव में उम्मीद की किरण

सीडीओ के सख्त रुख से ग्रामीणों में सुधार की उम्मीद बढ़ गई है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर इस बार भी कार्यवाही नहीं होती तो गौशाला की समस्या कभी खत्म नहीं होगी। फिलहाल प्रशासन की निगरानी बढ़ने से लोगों को भरोसा है कि जानवरों की स्थिति में जल्द सुधार देखने को मिलेगा।

Location : 
  • Banda

Published : 
  • 2 December 2025, 4:37 AM IST