Balrampur News: मुख्यमंत्री उद्दम ऋण योजना में धोखधड़ी, बैंक मैनेजर सहित दो गिरफ्तार

सरकारी धन षडयंत्र कर गबन करने के मामले में पुलिस ने इलाहाबाद बैंक के मैनेजर अयोध्या प्रसाद सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

बलरामपुर: प्रदेश सरकार द्वारा महत्वाकांक्षी योजनाएं चलाकर लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे है। इन्हीं योजनाओं में मुख्यमंत्री उद्यम योजना है। जिसके तहत लोगों को रोजगार देने के बैंक से ऋण दिया जाता है। लेकिन सरकार की योजनाओं को पलीता लगाने वाले अधिकारियों की कमी नहीं है। ताजा मामला उत्तरप्रदेश के बलरामपुर जिले के रेहरा बाजार थाने का है जहां इलाहाबाद शाखा प्रबंधक ने अपने साथियों के साथ मिलकर लोन आवेदक का लोन स्वीकृत कर उस रुपयों का बंदर बांट कर लिया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, सरकारी धन षडयंत्र कर गबन करने के मामले में पुलिस ने इलाहाबाद बैंक के मैनेजर अयोध्या प्रसाद सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

यह है पूरा मामला

थाना रेहरा बाजार के ग्राम जुवारा निवासी सुनील कुमार ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात शिकायती पत्र सौंपा था। जिसमें पीड़ित ने कहा था कि उसने मुख्यमंत्री उद्दम ऋण योजना के तहत इलाहाबाद बैंक शाखा रेहरा बाजार में आवेदन किया था।

आवेदन के पश्चात प्रार्थी का बैंक से नौ लाख रुपए का लोन स्वीकृत हुआ था। पीड़ित ने आरोप लगाया था कि बैंक के शाखा प्रबंधक ने अपने सहयोगी रिंकू और मुंशीलाल वर्मा के साथ मिलकर उसके लोन का सारा पैसा निकाल लिए।

पीड़ित की शिकायत पर एसपी ने जांच टीम बनाई थी। टीम ने जांच के बाद पाया कि शिकायतकर्ता को नौ लाख के स्वीकृत लोन का मात्र 99 हजार रुपए दिए ही गए हैं।

शेष लगभग रुपए बैंक मैनेजर नें अपने सहयोगियों के साथ मिलकर उनसे साठगांठ कर सरकारी धन को ले लिया गया है।जिसके बाद पुलिस ने थाना रेहरा बाजार में मुकदमा पंजीकृत कर मामले के वृहद जांच में जुट गई।

 

मुखबिर की सूचना पर हुई गिरफ्तारी

अपर पुलिस अधीक्षक नम्रिता श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस ने शनिवार को दुर्गेश कुमार सिंह प्रभारी निरीक्षक थाना रेहरा बाजार के नेतृत्व पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर बैंक मैनेजर अयोध्या प्रसाद को दतौली पुल रेहरा बाजार के पास से व बृजेश कुमार सिंह अधीनपुर रेहरा बाजार पावर हाउस के पास से गिरफ्तार किया।

एएसपी नम्रिता श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में वांछित अभियुक्त असिस्टेंट मैनेजर अतिन सक्सेना व रिंकू शर्मा उर्फ कौशल कुमार पूर्व में ही एक धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके है। पूरे प्रकरण में सुरेश वर्मा व मुंशीलाल वर्मा का नाम भी प्रकाश में आया जिनकी गिरफ्तारी के लिए टीम बनाई गई है।

साजिश के तहत लेता था ग्रामीण इलाकों में पोस्टिंग

बैंक मैनेजर अयोध्या प्रसाद जौहरी ने बताया कि वह जानबूझकर अपनी पोस्टिंग ग्रामीण क्षेत्र में करवाता था। उसने बताया कि ऐसी जगह बैंक में आने वाले कम पढ़े लिखे लोगो को विस्वास में लेकर उनको बेवकूफ बनाकर पैसा कमाना आसान रहता है।

 

दलाल के माध्यम से चलता है व्यापार

बैंक मैनेजर ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि बैंक में कमाई लिए लोन व अन्य योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए दलाल के माध्यम से ग्राहकों का काम करवाते है। दलाल के माध्यम से ही हम लोग मोटी कमाई करते है और सीधे साधे ग्राहकों से लोन किए गए रुपयों में एक मोटी हिस्सेदारी ले लेते है।

फर्जी बनवाए थे बिल

बैंक मैनेजर अवधेश ने बताया कि सुनील कुमार वर्मा का नौ लाख रूपये लोन की स्वीकृति हुई थी। जिसमें से उसे 99 हजार रुपए दिए थे। शेष लगभग साथ लाख रुपए मैंने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर ले लिया था।मैनेजर ने बताया कि लोन करवाने के लिए बृजेश कुमार की न्यु बृजेश बैट्री सर्विस रेहरा बाजार व करनैलगंज गोण्डा की न्यु शक्ति मसीनरी स्टोर का फर्जी कोटैशन व बिल तैयार कराकर लोन स्वीकृत कराया था। लोन का रुपया उनके खाते में जाने के बाद मे उनको कमीशन देकर रुपए वापस स्वयं प्राप्त कर लिया थी।

Location : 

Published :