

जिले में साइबर ठगी से जुड़े ऐसे अभियुक्त गिरफ्तार किए गए है जो ठगी कर हवाला के माध्यम से पैसों को विदेश भेजते थे। करोड़ों रुपए क्रिप्टो करेंसी में कनवर्ट कर पाकिस्तान भेजने वाले पांच अपराधियों को बलरामपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
बलरामपुर: जिले में चाइनीज लोनिंग ऐप के माध्यम से साइबर ठगी कर करोड़ों रुपए क्रिप्टो करेंसी में कनवर्ट कर पाकिस्तान भेजने वाले पांच अपराधियों को बलरामपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, यह जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि बलरामपुर पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी ओर बड़े पैमाने पर चल रहे हवाला नेटवर्क का खुलासा किया है। जिसके तहत रुपयों की ठगी कर उसे क्रिप्टो में कनवर्ट करते थे, फिर उसे पाकिस्तान सहित अन्य देशों में भेजते थे। एसपी विकास कुमार ने बताया लालिया थाने की पुलिस ने सस्पियर ने जो कि मूल रूप से बिहार का रहने वाला है को कोडरी घाट पुल ललिया से गिरफ्तार किया। वही पुलिस ने चार अन्य अभियुक्तों को सायबर ठगी के मामले में विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया है ।
चाइनीज लोन ऐप से करते थे ठगी
सस्पियर ने बताया की वह सायबर फ्रॉड टीम का प्रमुख सदस्य है। हम लोग ऑनलाइन लोनिंग एप को लोगो के फोन में प्ले स्टोर ,टेलीग्राम लिंक एवं व्हाट्सएप के माध्यम से पहुंचाते थे। जिस व्यक्ति को ऑनलाइन माध्यम से लोन की आवश्यकता होती थी वह मोबाइल एप डाउनलोड करता था। एप में लोगों को अपना बैंक खाता संख्या ,आधार कार्ड पेन कार्ड ,फोटो सहित अन्य आवश्यक दस्तावेज भरने पड़ते थे।
इन ऐप्स से होती थी ठगी
एस पी विकास कुमार ने बताया कि सायबर ठग जिन चाइनीज लोन एप्स का प्रयोग करते थे उनमें udhar loan, rupee factory, quick loan, credit bee evirtusplay, e visa, revoult, daisysms, cybersouree, tripindral, nicepay, pay labs, monzo uk, zelle I'd kkipay RBL gateway, ewa bill जैसी अस्थाई अनाधिकृत ऐप शामिल है।
डर से चल रहा है हवाला नेटवर्क
एसपी विकास कुमार ने बताया कि बिना बैंक जाए सीधे लोन लेने की चाह रखने वाले लोग ऐसे ऐप को डाउनलोड करते है। जिन्हें अपना पर्सनल डिटेल ऐप पर भरते ही 1200 से 2000 रुपए भेजे जाते है।जिन्हें ब्याज सहित सात दिन में लौटने होते है।
जो लोन लेने के बाद पैसा नहीं लौटा पाते थे उनकी पर्सनल फोटो, डिटेल व डेटा एडिट का वायरल करने की धमकी देते है। जिसके डर से लोग कई गुना अधिक ब्याज का भुगतान करते थे।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों ने बताया कि वसूली है रकम को अलग अलग उन खातों में भेजा जाता था जो गरीबों के नाम पर धोखे से खुलवाए जाते थे। इन रुपयों को निकाल कर क्रिप्टो करेंसी में बदले जाते थे फिर इन्हें Binance प्लेटफार्म के माध्यम से हवाला नेटवर्क में विदेश भेजे जाते थे।
पकड़े गए गिरोह ने अब तक आठ करोड़ 15 लाख 57 हज 825 रुपए विदेशी खातों में ट्रांसफर किए है।
अभियुक्तों को मिलते थे कमीशन
एसपी विकास कुमार ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्तों को इस काम के लिए 10 प्रतिशत कमीशन तथा जिन खाता धारको के खातों में पैसा ट्रांसफर होता था उन्हें पांच प्रतिशत कमीशन मिलता था।
जांच में मिले पाकिस्तानी नम्बर
पुलिस की जांच में सस्पियर के मोबाईल में चार व्हाट्सप्प अकाउंट पाये गए है l जिनमे पैसा भेजनें के लिए 200 से अधिक खाता संख्या व पैसा मगवाने के लिए 200 से अधिक UPI id प्राप्त हुई है l अभियुक्त के फ़ोन से तीस ऐसे नंबर प्राप्त हुए है जो पाकिस्तान के है l
विदेश से चलता पूरा नेटवर्क
एस पी विकास कुमार ने बताया कि यह पूरा नेटवर्क विदेश से व्हाट्सअप के जरिये संचालित होता है l सायबर ठगी के मामले में पुलिस ने बिहार निवासी सस्पियर, प्रदीप सिंह, सत्यदेव, लवकुश वर्मा व जय प्रकाश को गिरफ्तार किया है। एसपी ने बताया कि पुलिस की जांच जारी है। जल्द ही सरगना को भी गिरफ्तार किया जाएगा।