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एसटीएफ/एटीएस वाराणसी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बलिया निवासी 50 हजार के इनामी नक्सली सीताराम उर्फ विनय को गिरफ्तार किया है। वर्ष 2012 से फरार चल रहा यह नक्सली काशी रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया। उस पर हत्या, आगजनी और आर्म्स एक्ट समेत कई गंभीर मामले दर्ज हैं।
माओवादी नक्सली गिरफ्तार
Ballia: नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे अभियान में एटीएस/एसटीएफ वाराणसी को बड़ी सफलता मिली है। सोमवार को एटीएस वाराणसी की टीम ने 50 हजार रुपये के इनामी और वर्ष 2012 से फरार चल रहे नक्सली सीताराम उर्फ विनय उर्फ ओमप्रकाश उर्फ धनु को गिरफ्तार कर लिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह गिरफ्तारी काशी रेलवे स्टेशन, वाराणसी के प्लेटफार्म नंबर दो से की गई, जब आरोपी ट्रेन से उतर रहा था।
इस कार्रवाई का नेतृत्व एटीएस वाराणसी के निरीक्षक भारत भूषण तिवारी ने किया। टीम को काफी समय से सीताराम की तलाश थी। आरोपी मूल रूप से बलिया जिले के मनियर थाना क्षेत्र के मुड़ियारी गांव का निवासी है और उसकी उम्र करीब 59 वर्ष बताई जा रही है। वर्ष 2012 में सहतवार थाना क्षेत्र में हुई गंभीर नक्सली घटनाओं के बाद से वह फरार चल रहा था।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, सीताराम के खिलाफ थाना सहतवार, जनपद बलिया में धारा 147, 148, 149, 302, 307, 435, 427, 504, 506 भारतीय दंड संहिता के साथ-साथ 7 सीएलए एक्ट और 25/27 आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज हैं। इन मामलों में हत्या, हत्या का प्रयास, आगजनी, दंगा और अवैध हथियार रखने जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस उप महानिरीक्षक आजमगढ़ रेंज द्वारा 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
गिरफ्तारी के बाद एटीएस टीम ने आरोपी का मेडिकल परीक्षण कराया और आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं पूरी कीं। इसके बाद करीब दोपहर 1 बजकर 50 मिनट पर उसे बलिया के सहतवार थाने में दाखिल कराया गया। मुकदमा दर्ज कराने के बाद एटीएस टीम वापस वाराणसी के लिए रवाना हो गई।
पूछताछ के दौरान गिरफ्तार नक्सली सीताराम ने स्वीकार किया कि वह बिहार में भी कई नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है। उसके खिलाफ बिहार के विभिन्न जिलों में भी कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उसने बताया कि वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) से जुड़ा रहा है और नक्सली विचारधारा को आगे बढ़ाने तथा जन संगठनों को मजबूत करने के लिए लगातार सक्रिय रहा।
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पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सीताराम की गिरफ्तारी से नक्सली नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है। लंबे समय से फरार इस आरोपी की पकड़ से कई पुराने मामलों की कड़ियां जुड़ने की संभावना है। उससे आगे की पूछताछ में नक्सली संगठनों की गतिविधियों, नेटवर्क और संपर्कों को लेकर अहम जानकारी मिलने की उम्मीद है।
इस कार्रवाई में निरीक्षक भारत भूषण तिवारी के साथ उप निरीक्षक नितेंद्र कृष्ण यादव, राजेश कुमार यादव, विश्वेश सिंह, नवीन कुमार, पंकज कुमार, सर्वेश कुमार यादव, काशीनाथ, रितेश कुमार राय और मनोज कुमार यादव समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे।