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घाघरा नदी में जिस तरह से आये दिन शव बरामद किया जा रहे, इससे यह साफ होता है कि अपराधियों ने नदी को लाशें ठिकाने लगाने का डंपिंग स्पाट बना दिया है, जो नदी की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवालियां निशान जरुर खड़े कर रहा हैं।
प्रतीकात्मक छवि
Ballia: बलिया के बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव के सामने घाघरा नदी में शुक्रवार की शाम 32 वर्षीय युवक का शव मिलने के बाद सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शिनाख्त करने की कोशिश की, लेकिन समाचार लिखे जाने तक शव की शिनाख्त नहीं हो सकी थी। पुलिस ने शव को जिला अस्पताल मर्चरी हाउस भेज दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार इस बाबत बांसडीह कोतवाली प्रभारी पारसनाथ सिंह ने बताया कि युवक गंजी, पैंट, जूता के साथ ही हाथ में अंगूठी व घड़ी पहने हुए हैं। उम्मीद जताई कि यह नदी में कहीं से बहकर सुल्तानपुर गांव के सामने आ गया है। शव की शिनाख्त करने की कोशिश की जा रही है।
बलिया में घाघरा नदी में शव मिलने की कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें डूबने से मौतें और कुछ जघन्य हत्याएं भी शामिल हैं। हाल ही में, एक मेट्रो कर्मचारी की डूबने से मृत्यु हुई, जिसका शव मिला और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। एक अन्य घटना में, पांच बच्चों के डूबने की खबर थी, जिनमें से एक का शव बरामद हुआ था। एक क्रूर हत्या के मामले में, पति के शव के छह टुकड़े करके सिर घाघरा नदी में बहा दिया गया था।
घाघरा नदी में जिस तरह से आये दिन शव बरामद किया जा रहे, इससे यह साफ होता है कि अपराधियों के लिए नदी लाशें ठिकाने लगाने का डंपिंग स्पाट बनती जा रही है, जो नदी की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवालियां निशान जरुर खड़े कर रहा हैं।