अतीक अहमद के बेटे को झांसी जेल में किया शिफ्ट, जाते हुए कहा- मैं तो वकालत कर रहा था, लेकिन…

अली ने खुद को निर्दोष बताते हुए सुरक्षा की मांग की है और सरकार पर टारगेट करने का आरोप लगाया है। अली उमेश पाल हत्याकांड समेत कई मामलों में आरोपी है और हाई सिक्योरिटी में रखा गया है।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 2 October 2025, 1:17 AM IST
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Jhansi: उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद को प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल से झांसी की हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। 38 महीने से नैनी जेल में बंद अली को बुधवार सुबह सशस्त्र पुलिस की निगरानी में झांसी ले जाया गया। इस दौरान मीडिया से रूबरू होकर अली ने खुद को निर्दोष बताया और सरकार से अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई।

अली ने कहा- रास्ते में पानी तक नहीं दिया

अली ने कहा, "मैं तो दिल्ली में लॉ की पढ़ाई कर रहा था। मुझ पर झूठे मुकदमे लगाए गए हैं। जेल में रहते हुए भी मेरे खिलाफ 8 केस और दर्ज कर दिए गए।" साथ ही उसने दावा किया कि उसे झांसी लाने के दौरान बुरी तरह टॉर्चर किया गया और रास्ते में पानी तक नहीं दिया गया।

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अली ने योगी आदित्यनाथ से मांगी मदद

अली ने अपनी जान को खतरे में बताया और कहा, "ये मेरा अल्लाह ही जानता है कि मैं यहां सुरक्षित रहूंगा या नहीं। मुख्यमंत्री जी से मेरी अपील है कि जो होना था, वो हो गया, लेकिन अब कुछ लोग सरकार के नाम पर मुझे परेशान कर रहे हैं। उनसे मुझे बचा लिया जाए।"

नैनी जेल में बंद था अली

अली को 30 जुलाई 2022 को प्रयागराज कोर्ट में सरेंडर के बाद नैनी जेल में रखा गया था। वह 5 करोड़ की रंगदारी के मामले में आरोपी है और उमेश पाल हत्याकांड में उसका नाम प्रमुख आरोपियों में शामिल है। पुलिस का दावा है कि अली ने नैनी जेल में रहते हुए ही इस हत्या की साजिश रची थी।

अली के चक्कर में डिप्टी जेलर तक हुआ था सस्पेंड

17 जून 2025 को अली की बैरक से कैश बरामद होने के बाद उसे 'फांसी घर' वाली हाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया था। इस घटना के बाद जेल प्रशासन में खलबली मच गई थी और डिप्टी जेलर समेत एक हेड वार्डर को निलंबित कर दिया गया था। हालांकि अली का कहना है कि वह पैसा कूपन सिस्टम के तहत जेल में खर्च के लिए था।

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झांसी जेल काफी संवेदनशील

अली के मुताबिक जेल नियमों के तहत ही वह अधिवक्ताओं से मिल रहा था और वकालतनामा की प्रक्रिया का पालन किया गया। मीडिया से बातचीत के दौरान अली ने सर पर कैप पहन रखी थी और अपने पिता की तरह भारी मूंछें रखी थीं। झांसी जेल को काफी संवेदनशील माना जाता है। यहां पहले माफिया मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी जैसे अपराधी भी बंद रह चुके हैं। झांसी से ही मुन्ना बजरंगी को बागपत ले जाया गया था, जहां उसकी हत्या कर दी गई थी। ऐसे में अली की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं।

मैनुअल निगरानी में अली

अली बुधवार दोपहर तीन बजे झांसी जेल पहुंचा। भारी पुलिस सुरक्षा के बीच जेल गेट खोला गया और उसे भीतर ले जाकर तलाशी के बाद सेल में शिफ्ट किया गया। वरिष्ठ जेल अधीक्षक विनोद कुमार के अनुसार अली को तन्हा बैरक में रखा गया है और जेल मैनुअल के अनुसार ही उसकी निगरानी की जाएगी।

अली का पूरा परिवार कहां?

उमेश पाल हत्याकांड में अली के अलावा उसके भाई उमर भी आरोपी है, जो लखनऊ जेल में बंद है। छोटा भाई असद, पिता अतीक अहमद और चाचा अशरफ की पुलिस मुठभेड़ या गोलीबारी में मौत हो चुकी है। वहीं, मां शाइस्ता परवीन अब भी फरार है।

नैनी जेल का इतिहास

योगी सरकार आने से पहले नैनी जेल अतीक और अशरफ के ‘दरबार’ के रूप में जानी जाती थी। यहां तक कि गैंग के लोगों के लिए बैडमिंटन कोर्ट तक बनवाया गया था। लेकिन मौजूदा सरकार के सख्त रवैये ने माफिया नेटवर्क की कमर तोड़ दी है। अतीक अहमद के बेटे अली को नैनी जेल से झांसी जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। अली ने खुद को निर्दोष बताते हुए सुरक्षा की मांग की है और सरकार पर टारगेट करने का आरोप लगाया है। अली उमेश पाल हत्याकांड समेत कई मामलों में आरोपी है और हाई सिक्योरिटी में रखा गया है।

Location : 
  • Jhansi

Published : 
  • 2 October 2025, 1:17 AM IST