

गोरखपुर के गोला तहसील में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां झरकटा गांव की प्रीति तिवारी ने आंगनबाड़ी कार्यकत्री की नियुक्ति में कथित अनियमितता के खिलाफ आवाज उठाई है।
गोरखपुर में भड़का आंगनबाड़ी विवाद
Gorakhpur: गोरखपुर के गोला तहसील में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां झरकटा गांव की प्रीति तिवारी ने आंगनबाड़ी कार्यकत्री की नियुक्ति में कथित अनियमितता के खिलाफ आवाज उठाई है। प्रीति ने आरोप लगाया कि तहसील प्रशासन ने आयुषी गौड को गलत आय प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी दे दी, जबकि वह अपात्र थीं। निराश प्रीति ने अब मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है और जांच न होने पर तहसील परिसर में आत्मदाह की चेतावनी दी है।
डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट के अनुसार गोला विकास खंड के झरकटा गांव में आंगनबाड़ी कार्यकत्री का पद रिक्त होने पर कई ग्रामीणों ने आवेदन किया था। अनारक्षित इस पद पर आयुषी गौड की नियुक्ति हुई, जिनके पास तहसील से जारी 42 हजार रुपये सालाना आय का प्रमाण पत्र था। प्रीति तिवारी ने इस नियुक्ति को चुनौती दी, दावा किया कि आयुषी का परिवार आर्थिक रूप से संपन्न है। उनके ससुर और पति के पास टेंट का व्यवसाय, दुकान, दो मंजिला मकान, दो बाइक और गोपालपुर चौराहे पर बेशकीमती जमीन है। फिर भी, तहसील ने आयुषी को कम आय दिखाकर नियुक्ति दी, जो संदेहास्पद है।
प्रीति ने मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी और तहसील दिवस पर एसडीएम को शिकायती पत्र दिए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रीति की आर्थिक स्थिति दयनीय है; उनके पति कैंसर से पीड़ित हैं और टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल में इलाजरत हैं। अंत्योदय कार्डधारी प्रीति को उम्मीद थी कि यह नौकरी उनके परिवार की आर्थिक तंगी दूर करेगी,
दुमका में निकली भगवान जगन्नाथ की पहली भव्य रथयात्रा, भक्ति और उल्लास का अद्भुत संगम
लेकिन कथित भ्रष्टाचार ने उनके सपनों पर पानी फेर दिया।प्रीति ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आयुषी के आय प्रमाण पत्र की जांच किसी अन्य तहसील के अधिकारी से कराने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी, "यदि न्याय नहीं मिला तो मैं तहसील परिसर में आत्मदाह करूंगी, जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।" यह मामला अब तूल पकड़ रहा है और स्थानीय प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं। क्या प्रीति को न्याय मिलेगा, या यह मामला और गंभीर मोड़ लेगा?
Crime in Fatehpur: फतेहपुर में चोरों का खौफनाक आतंक, कल डाली सारी हदें पार; जानिए पूरा मामला