

कानपुर कमिश्नरेट के पूर्वी जोन के चकेरी इंस्पेक्टर संतोष कुमार शुक्ला, दरोगा अंकित खटाना के खिलाफ उन्हीं के थाने में डकैती, चोरी, दंगा करने समेत 7 धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। पीड़िता का आरोप है कि मामला हाईकोर्ट में ट्रायल पर होने के बावजूद चकेरी इंस्पेक्टर ने जबरन कब्जा कराया, साथ ही उनके परिजनों के साथ मारपीट कर शांति भंग में चालान भी किया।
इंस्पेक्टर और दरोगा पर मामला दर्ज
Kanpur: कानपुर कमिश्नरेट के पूर्वी जोन के चकेरी इंस्पेक्टर संतोष कुमार शुक्ला, दरोगा अंकित खटाना के खिलाफ उन्हीं के थाने में डकैती, चोरी, दंगा करने समेत 7 धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। आपको बताते चलें कि लाल बंगला निवासी महिला ने चकेरी इंस्पेक्टर समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ तोड़फोड़ कर जबरन कब्जा कराने का आरोप लगाया है।
पूरा प्रकरण
पीड़िता का आरोप है कि मामला हाईकोर्ट में ट्रायल पर होने के बावजूद चकेरी इंस्पेक्टर ने जबरन कब्जा कराया, साथ ही उनके परिजनों के साथ मारपीट कर शांति भंग में चालान भी किया। पीड़िता ने सीएम योगी, मुख्य सचिव, डीजीपी व पुलिस कमिश्नर से शिकायत की थी।
लाल बंगला चंद्र नगर निवासी संगीता जायसवाल ने बताया कि उनके प्लॉट में दुकानें बनी हैं, जिसका वह लगातार नगर निगम में हाउस टैक्स भी जमा कर रही हैं। उन्होंने बताया कि उनके स्वामित्व की भूमि का विवाद सुशील और अभिषेक से वर्ष 2023 से एफटीसी सीनियर डिवीजन की कोर्ट में ट्रायल पर है। साथ ही एक वाद हाईकोर्ट में भी चल रहा है।
पीड़िता का आरोप है कि मामला हाईकोर्ट में होने के बावजूद 29 मार्च को चकेरी इंस्पेक्टर संतोष कुमार शुक्ला, तत्कालीन सनिगवां चौकी प्रभारी अंकित खटाना, योगी बिल्डर, ग्वालटोली निवासी धर्मेंद्र यादव समेत करीब 30 से 40 अज्ञात और पुलिसकर्मी उनके प्लॉट पहुंचे और मेनगेट व दीवार तोड़ कर जबरन अवैध रूप से कब्जा करा दिया।
सीएम से की गई थी शिकायत
पीड़िता ने मामले की शिकायत सीएम योगी, मुख्य सचिव, डीजीपी व पुलिस कमिश्नर को पत्र लिख शिकायत की थी। मामले की जांच के बाद पुलिस कमिश्नर के आदेश पर चकेरी इंस्पेक्टर संतोष शुक्ला, दरोगा अंकित खटाना समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ डकैती, दंगा करने, चोरी, चोट पहुंचाने की के चलते दर्ज हुआ मुकदमा।