मंदिर में हुआ हादसा… लेकिन सच क्या है जो छिपा रहा है प्रशासन? बाराबंकी से सामने आया चौंकाने वाला मामला

एक रात जब मंदिर में बिजली का तार टूट गया, कुछ श्रद्धालु करंट की चपेट में आ गए। दो युवकों की मौत, प्रशासन की बचाव कार्रवाई, और एक पुलिस लाठी चार्ज जिसने हालात को और बिगाड़ दिया। क्या यह सिर्फ एक हादसा था या कहीं कुछ छुपा हुआ है?

Barabanki: बाराबंकी जनपद के हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र में 28 जुलाई की रात्रि लगभग 2:30 बजे एक भयानक हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। तहसील हैदरगढ़ स्थित श्री अवसानेश्वर महादेव मंदिर परिसर में लगे विद्युत तार पर बंदरों के कूदने से तार टूट गया। टूटे हुए तार नीचे स्थित टीन शेड पर गिर गए, जिससे जलाभिषेक के लिए मौजूद श्रद्धालु करंट की चपेट में आ गए।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक,  इस हादसे में दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों की पहचान रमेश कुमार (28 वर्ष, नकटाकटा सररेहिया कोठी, हैदरगढ़) और प्रशांत कुमार (17 वर्ष, मुबारकपुर, हैदरगढ़) के रूप में हुई है। दोनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद उनके परिजनों को सौंपा गया और अंतिम संस्कार कर दिया गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण इलेक्ट्रोक्यूशन बताया गया है।

इसके अलावा पांच अन्य श्रद्धालु भी हल्के करंट लगने के कारण जिला अस्पताल में जांच के लिए भर्ती कराए गए थे। सभी का स्वास्थ्य अब सामान्य बताया गया है और वे अपने घर लौट गए हैं। जिला प्रशासन ने तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया और प्रभावित लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई। मुख्यमंत्री की ओर से विवेकाधीन कोष से दोनों मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता भी घोषित की गई है। प्रशासन ने हालात को काबू में करने के बाद मंदिर में दर्शन-पूजन सुचारू रूप से शुरू करा दिया।

हालांकि, हादसे के बाद पुलिस की लाठी चार्ज ने भगदड़ मचा दी, जिससे कई श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए। इस मामले में प्रशासन की लापरवाही पर भी सवाल उठ रहे हैं। कुछ स्थानीय लोगों का दावा है कि बिजली का तार पहले से ही सुलग रहा था और इस बात की सूचना पुलिस को दी गई थी। लेकिन पुलिस कर्मियों द्वारा तार पर डंडा मारने के कारण वह टूट गया और हादसा हुआ।

इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय ने जांच रिपोर्ट मांगी है। प्रशासन की जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह हादसा न केवल एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, बल्कि प्रशासन की तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्थाओं पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए उचित इंतजाम न होना और आपातकालीन स्थिति में असंगठित प्रतिक्रिया ने इस हादसे को और भयानक बना दिया।

जिला प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वे सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करें ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। साथ ही, हादसे के सही कारणों की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी होनी चाहिए। इस घटना ने स्थानीय जनता के बीच प्रशासन और पुलिस के प्रति भरोसे को हिला कर रख दिया है। अब सभी की निगाहें जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो इस रहस्य को उजागर करेगी और जवाब देगी कि आखिर ये हादसा हुआ कैसे।

Location : 
  • Barabanki

Published : 
  • 29 July 2025, 6:47 PM IST