

उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में गुलदारों के हमलों ने स्थानीय लोगों की जिंदगी मुश्किल कर दी है। नगीना और आसपास के ग्रामीण इलाकों में गुलदारों का आतंक बढ़ता जा रहा है। हाल ही में बाइक पर जा रहे दो युवकों पर गुलदार ने हमला किया।
गुलदार के हमले में घायल युवक
Bijnor: बिजनौर जिले में गुलदारों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। नगीना और आसपास के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में गुलदार का आतंक फैल गया है, जिससे स्थानीय लोग दहशत में हैं। ऐसा लग रहा है मानो जंगल से इन्हें यहां छोड़ दिया गया हो। गुलदार अब जंगल से निकलकर ग्रामीण इलाकों और शहर के आसपास भी सक्रिय हो गए हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, हाल ही में नगीना नहटोर मार्ग के भुरापुर रोड पर एक दर्दनाक घटना घटी, जहां दो युवक बाइक से नैनपुरा जा रहे थे, तभी गुलदार ने उन पर हमला कर दिया।
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हालांकि युवक पूरी तरह गुलदार की पकड़ में नहीं आ पाए, लेकिन गुलदार के पंजे से एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल युवक को नगीना के सीएससी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
गुलदारों की इस बढ़ती सक्रियता ने ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में खलबली मचा दी है। कई लोगों ने अपने मोबाइल में गुलदार के वीडियो भी बनाए हैं, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। लेकिन वन विभाग की टीम अब तक इन खतरनाक गुलदारों को पकड़ने या नियंत्रण में लाने में विफल रही है। विभाग की उदासीनता के कारण अब तक गुलदारों ने जिले में करीब 35 लोगों को अपना शिकार बना लिया है।
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दूसरी घटना कोतवाली देहात क्षेत्र के इस्लामपुर बेगा गांव की है, जहां एक किसान धर्मवीर पर तीन से चार गुलदारों ने हमला कर दिया। ग्रामीणों की मदद से किसान की जान तो बच गई, लेकिन यह घटना वन विभाग की लापरवाही को उजागर करती है। वन विभाग अब तक गुलदारों को पकड़ने या नियंत्रण में लाने में नाकाम रहा है और किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहा है।
गुलदारों की बढ़ती संख्या और उनके हमलों ने बिजनौर के लोगों को भयभीत कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग को तुरंत कदम उठाकर इस समस्या का स्थायी समाधान निकालना चाहिए, वरना बड़े हादसे होने की आशंका बनी रहेगी। वहीं, स्थानीय प्रशासन को भी सतर्क रहना और जनता को सुरक्षित रखने के लिए प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है।