

बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के परिवारवाद वाले बयान पर अखिलेश यादव ने करारा पलटवार किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि पहले अपने राज्य की सड़कें बनवाएं, फिर यूपी की बात करें।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव
Lucknow: उत्तर प्रदेश और बिहार की राजनीति में इन दिनों जुबानी जंग तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर जोरदार पलटवार किया है।
हाल ही में सम्राट चौधरी ने अखिलेश यादव पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए तंज कसा था कि जब वे मुख्यमंत्री थे, तो उनके ऊपर तीन 'सुपर मुख्यमंत्री'- मुलायम सिंह यादव, रामगोपाल यादव और शिवपाल यादव का प्रभाव था। उन्होंने यह भी कहा कि अखिलेश का कुनबा और बड़ा हो गया है, अब वे बताएं कि क्या अपने परिवार से बाहर के किसी व्यक्ति को मुख्यमंत्री बना सकते हैं?
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सम्राट चौधरी को घेरा
इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश यादव ने न सिर्फ सम्राट चौधरी को सलाह दी, बल्कि बिहार की विकास योजनाओं पर भी सवाल उठाए। अखिलेश यादव ने अपने एक्स हैंडल पर एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा- 'एक सलाह: उप रहें, चुप रहें! पहले अपने राज्य में विकास की ठप्प पड़ी सड़कें बनवाएं, तब देश के सबसे अच्छे और सबसे तेजी से विश्वस्तरीय एक्सप्रेसवे बनवाने वालों के बारे में बोलें और उनसे मेट्रो बनवाने की सलाह लें। तभी पटना मेट्रो का मुंह देख पाएंगे।'
राहुल गांधी-तेजस्वी यादव की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में पहुंचे सपा प्रमुख अखिलेश यादव
अखिलेश के इस जवाब को उनके समर्थकों ने सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया और इसे बिहार सरकार की आलोचना के रूप में देखा जा रहा है।
बिहार और यूपी के नेताओं के बीच यह बयानबाज़ी उस समय तेज हुई जब अखिलेश यादव, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के साथ ‘वोट अधिकार यात्रा’ में शामिल होने के लिए बिहार गए। इस यात्रा के बाद भाजपा और NDA नेताओं ने उन्हें लगातार निशाने पर लेना शुरू किया।
सम्राट चौधरी द्वारा उठाए गए परिवारवाद के मुद्दे पर सपा कई बार जवाब देती रही है कि यह पार्टी लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई है और जनता के लिए काम करती है। वहीं, अखिलेश ने अपनी सरकार के दौरान यूपी में बने एक्सप्रेसवे, मेट्रो, और सड़कों के विकास को अपने शासन की बड़ी उपलब्धि बताया।
अखिलेश यादव ने जिस अंदाज में पटना मेट्रो और सड़कों की स्थिति को लेकर सम्राट चौधरी को घेरा है, उससे यह साफ हो गया है कि अब यह बहस सिर्फ राजनीतिक नहीं बल्कि विकासात्मक तुलनाओं तक पहुंच गई है। यूपी में लखनऊ, नोएडा, कानपुर जैसे शहरों में मेट्रो का संचालन हो रहा है, जबकि पटना मेट्रो अभी भी निर्माण के प्रारंभिक चरण में ही है।