

उत्तर प्रदेश के मंत्री ओमप्रकाश राजभर द्वारा ABVP कार्यकर्ताओं को “गुंडा” कहे जाने पर छात्रों में आक्रोश फैल गया। इसके विरोध में बुधवार रात 9:30 बजे बलिया के टी.डी. कॉलेज चौराहे पर ABVP ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए पुतला दहन किया और मंत्री के बयान को शर्मनाक बताया।
मंत्री ओपी राजभर का ABVP कार्यकर्ताओं ने टीडी कॉलेज पर फूंका पुतला
Ballia: उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर द्वारा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं और छात्रों को “गुंडा” कहे जाने पर छात्रों में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। मंत्री के इस विवादित बयान के विरोध में बुधवार रात करीब 9:30 बजे बलिया के टी.डी. कॉलेज चौराहे पर ABVP कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया और ओपी राजभर का पुतला दहन कर अपना विरोध दर्ज कराया।
प्रदर्शन के दौरान छात्र नेताओं ने ओपी राजभर के बयान को न केवल गैर-जिम्मेदाराना बताया, बल्कि इसे छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों का अपमान और एक दमनकारी मानसिकता का प्रतीक कहा। उन्होंने कहा कि जब छात्र शांतिपूर्वक ढंग से अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत थे, तब एक जिम्मेदार मंत्री द्वारा उन्हें “गुंडा” कहना बेहद आपत्तिजनक और लोकतांत्रिक मर्यादाओं के खिलाफ है।
ABVP कार्यकर्ताओं ने टीडी कॉलेज पर फूंका पुतला
ABVP के जिला संगठन मंत्री ऋषभ सिंह ने कहा कि हाल ही में बाराबंकी स्थित श्रीरामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी (SRMU) में जो घटनाएं हुईं, वे पूरी तरह से विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही का नतीजा हैं। विश्वविद्यालय ने विधि पाठ्यक्रमों के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) से मान्यता लिए बिना दाखिले लिए और छात्रों से मोटी फीस वसूली गई। जब छात्रों ने इस पर सवाल उठाए, तो उन्हें डराने और चुप कराने के लिए निलंबन जैसी दमनात्मक कार्रवाइयां की गईं। शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे छात्रों पर पुलिस और बाहरी असामाजिक तत्वों से लाठीचार्ज कराया गया, जिसमें कई छात्र गंभीर रूप से घायल हुए।
ऋषभ सिंह ने कहा कि मंत्री ओपी राजभर ने न केवल इस पूरी घटना में छात्रों की बात सुनने से इनकार किया, बल्कि प्रशासन का पक्ष लेते हुए, छात्रों को ही बदनाम करने की कोशिश की। उन्होंने SRMU प्रशासन की मनमानी और भ्रष्टाचार की ढाल बनने का काम किया है, जो एक मंत्री के लिए न केवल अनैतिक है, बल्कि अत्यंत शर्मनाक भी।
इस दौरान मौजूद जिला सह संयोजक अभिषेक यादव, नगर मंत्री अंकित ठाकुर, हिमांशु मिश्रा, अनुराग सिंह, सचिन कुमार समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने भी कहा कि ओपी राजभर की राजनीति हमेशा से व्यक्तिगत स्वार्थ और अवसरवादिता पर आधारित रही है। उन्होंने सत्ता के लिए कई बार पाला बदला है, और छात्रों के सवालों को उठाने की बजाय, वे भ्रष्ट प्रशासन को बचाने में जुटे हुए हैं। उनकी यह कोशिश छात्रों के मनोबल को तोड़ने और उन्हें डराने का प्रयास है।
ABVP कार्यकर्ताओं ने मांग की कि SRMU के दोषी अधिकारियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई हो, छात्रों से वसूली गई अवैध फीस वापस की जाए, BCI मान्यता की स्थिति सार्वजनिक की जाए और घायल छात्रों को उचित इलाज व मुआवजा दिया जाए।
आखिर में परिषद ने स्पष्ट किया कि जब तक छात्रों को न्याय नहीं मिलेगा, ABVP का आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि “हम हर छात्र के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं, और किसी भी कीमत पर शैक्षिक भ्रष्टाचार और दमन को बर्दाश्त नहीं करेंगे।”