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गोरखपुर के उनवल क्षेत्र में एक बंदरिया द्वारा चार दिन के कुत्ते के बच्चे को अपनी गोद में रखकर पालने का अनोखा दृश्य सामने आया है। खोए हुए बच्चे के दुख में बंदरिया इस पिल्ले को अपना मानकर उसकी देखभाल कर रही है। वन विभाग और प्रशासन सुरक्षा की निगरानी कर रहे हैं।
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Gorakhpur: खजनी तहसील क्षेत्र के नगर पंचायत उनवल के वार्ड नंबर 9 और 10 में इन दिनों एक ऐसा दृश्य देखने को मिल रहा है, जिसने पूरे इलाके के लोगों को भावुक कर दिया है। बीते एक हफ्ते से यहां एक बंदरिया चार दिन के कमजोर कुत्ते के बच्चे को अपनी गोद में लिए घूम रही है। यह नजारा इतना अद्भुत और अनोखा है कि लोग दूर-दूर से इसे देखने पहुंच रहे हैं। बंदरिया न सिर्फ उस बच्चे को अपनी छाती से चिपकाए रखती है, बल्कि उसे दूध पिलाती है और किसी को पास आने नहीं देती।
स्थानीय लोगों के अनुसार कुछ दिन पहले इस बंदरिया ने अपना बच्चा खो दिया था। अचानक हुआ यह दर्दनाक हादसा उसके व्यवहार में साफ दिख रहा था। वह घंटों मोहल्ले में पागलों की तरह अपने बच्चे को ढूंढती फिरती थी। इसी दौरान वार्ड नंबर 9 के एक घर के पास पड़े लगभग चार दिन के एक कमजोर पिल्ले पर उसकी नजर पड़ी। बंदरिया ने उसे उठा लिया और दौड़कर एक छत पर जाकर बैठ गई। बच्चे को उसके हाथ से छुड़ाने की कोशिश में मोहल्ले के कुछ बच्चों ने शोर मचाया और पत्थर भी मारा, लेकिन वह किसी भी हाल में उस कुत्ते के बच्चे को छोड़ने को तैयार नहीं हुई।
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गांव वालों का कहना है कि तब से लेकर अब तक बंदरिया दिनभर उस कुत्ते के बच्चे को अपनी गोद में लेकर एक घर की छत से दूसरी छत पर कूदती-फांदती घूम रही है। उसकी गोद में पिल्ला पूरी तरह सहज नजर आता है और आराम से लेटा रहता है, मानो वह वास्तव में उसी की मां हो। स्थानीय महिलाएं कह रही हैं कि बंदरिया की आंखों में एक खोए हुए बच्चे का दर्द और मिले हुए बच्चे की राहत साफ दिखाई देती है।
अनोखी बात यह भी है कि बंदरिया पिल्ले को अपना दूध भी पिलाती है। भले ही यह प्राकृतिक रूप से पूर्ण रूप से संभव न हो, लेकिन उसकी कोशिश और मातृत्व का भाव लोगों को हैरान कर रहा है। कई बार वह पिल्ले को अपने पेट से चिपकाए बैठ जाती है और आसपास कोई हलचल होने पर आक्रामक होकर उसे और जोर से पकड़ लेती है।
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रात में यह बंदरिया राजा साहब के बाग में जाकर रुक जाती है। वहां भी वह बच्चे को अपने पंजों में कसकर पकड़ती है, जिससे उसे कोई नुकसान न पहुंचे। राहगीरों के अनुसार, यदि कोई पिल्ले के पास आने की कोशिश करता है तो बंदरिया तुरंत उस पर झपटने की मुद्रा में आ जाती है। इस कारण मोहल्ले में उत्सुकता के साथ-साथ हल्की दहशत भी बनी हुई है।
स्थानीय लोग इस ‘मां-बेटा’ जैसे अद्भुत रिश्ते की कहानी को मोबाइल में कैद कर सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद यह अनोखी जोड़ी पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है। कई लोग कह रहे हैं कि यह नज़ारा प्रकृति का सबसे खूबसूरत रूप है- जहां मातृत्व जाति, भेद और प्रजाति से परे है।