

उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में शनिवार रात दर्दनाक हादसा हुआ। टोलाकला गांव में पितृमिलन कार्यक्रम के दौरान तीन साल की बच्ची कोमल खौलती सब्जी के बर्तन में गिर गई। गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
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Banda: बांदा जिले के बबेरू कोतवाली क्षेत्र के टोलाकला गांव से शनिवार रात एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया। एक पारिवारिक कार्यक्रम के दौरान तीन साल की मासूम बच्ची कोमल की खौलती सब्जी के बर्तन में गिरने से मौत हो गई। यह हादसा उस वक्त हुआ, जब परिवार पितृमिलन समारोह में व्यस्त था और घर में चहल-पहल थी।
तीन वर्षीय कोमल घर के आंगन में खेल रही थी। इसी दौरान वह अचानक रसोई की ओर चली गई, जहां एक बड़े बर्तन में सब्जी उबल रही थी। बर्तन को जमीन पर रखा गया था और उसी में कोमल गिर पड़ी। खौलती सब्जी की गर्मी ने उसके शरीर को गंभीर रूप से झुलसा दिया।
कोमल की चीख सुनकर परिजन दौड़े और तत्काल उसे बर्तन से बाहर निकाला। उसकी हालत देख परिजन घबरा गए और आनन-फानन में उसे बबेरू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने कोमल की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे जिला अस्पताल बांदा रेफर कर दिया।
जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने जब कोमल की जांच की तो उन्होंने उसे मृत घोषित कर दिया। इस खबर के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। जो घर कुछ घंटों पहले तक पारिवारिक मिलन समारोह की खुशियों से भरा हुआ था, वहां मातम छा गया।
सूचना मिलते ही बबेरू पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का कहना है कि यह दुर्घटनावश हुई घटना प्रतीत हो रही है, लेकिन फिर भी मामले की जांच की जा रही है।
इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि छोटे बच्चों की सुरक्षा को लेकर जरा सी लापरवाही कितनी बड़ी त्रासदी में बदल सकती है। अक्सर ग्रामीण इलाकों में बड़े-बर्तन जमीन पर ही रख दिए जाते हैं, जो छोटे बच्चों के लिए खतरा बन जाते हैं।
कोमल की मौत से परिवार ही नहीं, गांव में भी शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय ग्रामीणों ने घटना को बेहद दुखद बताया और परिजनों को ढांढस बंधाया। बताया जा रहा है कि कोमल परिवार की इकलौती बेटी थी, जिससे परिवार को दोगुना मानसिक आघात पहुंचा है।