बिजनौर में अचानक दिखा 15 फीट का अजगर, शिकार देख लोगों के उड़ गए होश

कालागढ़ केंद्रीय कॉलोनी में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया जब एक विशालकाय बर्मीज अजगर ने आवासीय क्षेत्र के पास ही एक चीतल को अपना शिकार बना लिया। यूनियन कार्यालय के नजदीक हुई इस घटना से स्थानीय लोग दहशत में आ गए और तुरंत वन विभाग को सूचना दी।

Post Published By: Poonam Rajput
Updated : 13 September 2025, 9:32 AM IST
google-preferred

Kalagarh (Pauri Garhwal): कालागढ़ केंद्रीय कॉलोनी में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया जब एक विशालकाय बर्मीज अजगर ने आवासीय क्षेत्र के पास ही एक चीतल को अपना शिकार बना लिया। यूनियन कार्यालय के नजदीक हुई इस घटना से स्थानीय लोग दहशत में आ गए और तुरंत वन विभाग को सूचना दी।

वन विभाग को दी गई सूचना

स्थानीय निवासियों ने देखा कि करीब 14 फीट लंबा अजगर चीतल को जकड़े हुए है। यह दृश्य आवासों के बेहद नजदीक था, जिससे लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए लोगों ने तुरंत वन विभाग को जानकारी दी। सूचना मिलते ही उप प्रभागीय वनाधिकारी (SDO) बिंदर पाल और वनक्षेत्राधिकारी (RO) एन.के. रूवाली अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे।

इस दिन से होगी मानसून की विदाई, जानें आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम का हाल?

सुरक्षित तरीके से किया गया रेस्क्यू

वन विभाग की टीम ने पहले मौके पर मौजूद भारी भीड़ को सुरक्षित दूरी पर किया, ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके। इसके बाद वनकर्मियों और रेस्क्यू टीम ने पूरी सतर्कता के साथ अजगर को पकड़ा और उसे सैंडिल बांध क्षेत्र के घने जंगलों में छोड़ दिया। अनुमान लगाया गया कि अजगर का वजन करीब 40 से 50 किलो था। गनीमत रही कि इस घटना में आसपास के लोगों को कोई नुकसान नहीं हुआ।

टीम ने दिखाया साहस

अजगर के रेस्क्यू अभियान में वन दरोगा महेश जोशी, वन्यजीव रेस्क्यूर दीपक कुमार, वन आरक्षी बब्लू बोरा, वनकर्मी सईम अंसारी, महताब असवाल और अकमल शफी शामिल रहे। पूरी टीम ने बखूबी तालमेल दिखाते हुए अजगर को बिना किसी परेशानी के सुरक्षित पकड़ लिया।

गोलियों की गूंज से दहला इस बॉलीवुड एक्ट्रेस का घर, साज़िश के पीछे कौन? फायरिंग से हड़कंप

क्षेत्र में मचा हड़कंप

आवासीय क्षेत्र के पास इस घटना से लोग काफी घबरा गए। हालांकि वन विभाग की त्वरित कार्रवाई और विशेषज्ञ टीम के चलते स्थिति पर जल्द काबू पा लिया गया। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं से बचाव के लिए स्थानीय लोगों को सतर्क रहना चाहिए और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत विभाग को सूचित करना चाहिए। कुल मिलाकर, कालागढ़ कॉलोनी में हुए इस घटनाक्रम ने एक ओर जहां लोगों को भयभीत कर दिया, वहीं दूसरी ओर वन विभाग की त्वरित कार्रवाई और साहसिक रेस्क्यू ने राहत की सांस दिलाई।

 

 

 

Location :