

मुजफ्फरनगर की कक्षा 9 की छात्रा मैत्री शर्मा बनीं एक दिन की जिलाधिकारी। मिशन शक्ति 5 के तहत प्रशासनिक जिम्मेदारी संभालते हुए उन्होंने करप्शन खत्म करने और हर फरियाद को हल करने की बात कही। आत्मविश्वास और सोच ने सभी को प्रभावित किया।
9वीं की छात्रा ने संभाली डीएम की कुर्सी
Muzaffarnagar: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में एक अनोखा दृश्य उस समय देखने को मिला, जब 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा मैत्री शर्मा को मिशन शक्ति 5 अभियान के तहत एक दिन के लिए जिलाधिकारी (डीएम) बनाया गया। छात्रा ने पूरे आत्मविश्वास के साथ डीएम की कुर्सी संभाली और प्रशासनिक कार्यों की बारीकियों को समझते हुए लोगों की समस्याएं भी सुनीं।
मौके पर थे सभी अफसर
कार्यक्रम का आयोजन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे "मिशन शक्ति" अभियान के तहत किया गया, जिसका उद्देश्य बालिकाओं और महिलाओं को सशक्त बनाना और उन्हें नेतृत्व की जिम्मेदारी का अनुभव कराना है। मैत्री शर्मा कक्षा 9 की छात्रा हैं। उन्होंने जब डीएम ऑफिस की कुर्सी पर बैठकर काम संभाला तो वहां मौजूद अधिकारी, कर्मचारी और आम लोग भी उनके आत्मविश्वास को देखकर प्रभावित हुए। उन्होंने फाइलों की समीक्षा की और फरियादियों से बातचीत की और सुझाव भी दिए।
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मैत्री शर्मा ने बताया अपना सपना
मैत्री ने इस दौरान कहा, “हर व्यक्ति की समस्या सुनी जानी चाहिए और उसका समाधान तुरंत होना चाहिए। मेरी यह चाहत है कि प्रशासन में करप्शन पूरी तरह खत्म हो और हर फरियादी को न्याय मिले।” इस दौरान मैत्री ने एक सच्चे प्रशासनिक अधिकारी की तरह व्यवहार करते हुए लोगों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और अपनी सोच को बेबाकी से सामने रखा। उन्होंने शिक्षा, महिला सुरक्षा, स्वच्छता और बालिका सशक्तिकरण जैसे मुद्दों पर भी अपने विचार साझा किए।
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पूरा स्टाफ सहयोग करता दिखा
जिलाधिकारी ऑफिस में एक दिन की डीएम बनी मैत्री को पूरा स्टाफ सहयोग करता दिखा और उन्हें हर जानकारी दी गई। साथ ही उन्हें प्रशासनिक निर्णय लेने की प्रक्रिया से भी अवगत कराया गया। इस मौके पर शिक्षा विभाग, महिला कल्याण विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को सामाजिक, प्रशासनिक और आत्मनिर्भरता की दिशा में जागरूक करना था। एक दिन की डीएम बनने के बाद मैत्री ने कहा कि वह भविष्य में आईएएस अफसर बनकर समाज सेवा करना चाहती हैं और महिलाओं की स्थिति को सुधारना उनका मुख्य लक्ष्य होगा।