

ये नागरिक हाल ही में भारत नहीं आए। बल्कि इनमें से कई पिछले 10 साल से भी अधिक समय से भारत के कई राज्यों जैसे राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में रह रहे थे। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
Symbolic Photo (Google Image)
मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिसने सुरक्षा एजेंसियों को भी हिला कर रख दिया है। मथुरा के नौझील थाना क्षेत्र के खजपुर गांव स्थित ईंट भट्ठों से 90 बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से भारत में रहने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। इनमें 37 पुरुष, 31 महिलाएं और 22 बच्चे शामिल हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, पुलिस जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि ये नागरिक हाल ही में भारत नहीं आए। बल्कि इनमें से कई पिछले 10 साल से भी अधिक समय से भारत के कई राज्यों जैसे राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में रह रहे थे। कुछ ने तो भारत में रहने के लिए फर्जी पैन कार्ड और आधार कार्ड भी बनवा लिए थे।
एसएसपी श्लोक कुमार ने दी जानकारी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्लोक कुमार ने बताया कि यह कार्रवाई स्थानीय खुफिया सूचनाओं के आधार पर की गई। पुलिस ने खजपुर गांव के कई ईंट-भट्ठों पर छापेमारी कर सभी को हिरासत में लिया। पूछताछ में पता चला कि सभी नागरिक बांग्लादेश के कुरीग्राम जिले के निवासी हैं और कुछ ही महीने पहले मथुरा पहुंचे थे।
फर्जी दस्तावेज मिले
पुलिस ने कार्रवाई के दौरान इनके पास से 31 मोबाइल फोन, एक पैन कार्ड, दो असली आधार कार्ड और चार आधार कार्ड की फोटोकॉपी जब्त की हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि इन लोगों ने भारत में रहने के लिए फर्जी पहचान दस्तावेज तैयार कराए थे। जो एक गंभीर सुरक्षा चूक का संकेत है।
विदेशी नागरिक अधिनियम के तहत मामला दर्ज
पुलिस ने सभी वयस्क पुरुषों और महिलाओं के खिलाफ विदेशी नागरिक अधिनियम, 1946 की धारा 14 और भारतीय दंड संहिता की धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया है। फिलहाल सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और स्थानीय खुफिया इकाइयों को भी जांच में लगाया गया है।
अब यह पता लगाने में जुटी पुलिस