

नॉलेज पार्क थाना पुलिस ने नशे की तस्करी में लिप्त एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के एक जवान समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी क्षेत्र के कॉलेज छात्रों को एमडीएमए जैसी घातक ड्रग्स की आपूर्ति कर रहे थे।
एसएसबी जवान समेत 4 दबोचे
Greater Noida News: नॉलेज पार्क थाना पुलिस ने नशे की तस्करी में लिप्त एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के एक जवान समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी क्षेत्र के कॉलेज छात्रों को एमडीएमए जैसी घातक ड्रग्स की आपूर्ति कर रहे थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 600 ग्राम एमडीएमए ड्रग्स बरामद की है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 25 लाख रुपये आंकी गई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, एडीसीपी (अपर पुलिस उपायुक्त) सुधीर कुमार ने बताया कि पुलिस को काफी समय से सूचना मिल रही थी कि नॉलेज पार्क क्षेत्र में कॉलेज छात्रों को ड्रग्स बेची जा रही है। इस पर विशेष निगरानी रखी जा रही थी। सोमवार रात को पुलिस टीम ने गुर्जरपुर रेलवे अंडरपास के पास जाल बिछाकर चारों आरोपियों को धर दबोचा।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान खुर्शेदपुरा गांव निवासी रोहित कुमार (एसएसबी जवान), कृष्ण, लवकुश और वीरपुरा गांव निवासी नकुल के रूप में हुई है। जांच में सामने आया है कि रोहित कुमार इस गिरोह का मुख्य सरगना है, जो जम्मू-कश्मीर से एमडीएमए ड्रग्स लाकर नोएडा में सप्लाई करता था।
कॉलेज तक फैला नेटवर्क
गिरफ्तार नकुल नॉलेज पार्क स्थित एक निजी कॉलेज में लैब टेक्नीशियन के रूप में कार्यरत है। वह कॉलेज के अंदर छात्रों तक ड्रग्स पहुंचाने में अहम भूमिका निभाता था। वहीं, कृष्ण क्षेत्र में परचून की दुकान चलाता है और लवकुश साइबर कैफे का संचालन करता है। ये दोनों गांव के ही रहने वाले हैं और गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर कॉलेज छात्रों को टारगेट करते थे।
कमाई का होता था बंटवारा
पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि गिरोह द्वारा ड्रग्स की बिक्री से होने वाली कमाई को आपस में बांटा जाता था। रोहित जम्मू-कश्मीर से ड्रग्स की तस्करी करता था, जबकि नकुल, कृष्ण और लवकुश स्थानीय स्तर पर डिलीवरी और नेटवर्किंग का काम संभालते थे।
पुलिस कर रही आगे की जांच
पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि यह गिरोह कॉलेजों में पढ़ने वाले युवाओं को नशे की गिरफ्त में लेने की कोशिश कर रहा था, जिससे उनका भविष्य खतरे में पड़ सकता था। एडीसीपी सुधीर कुमार ने कहा कि आगे की जांच जारी है और इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। पुलिस का प्रयास है कि क्षेत्र को नशे से मुक्त किया जा सके और छात्रों को इस बुराई से बचाया जा सके।