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                        OpenAI ने ChatGPT के इस्तेमाल को लेकर बड़ा बदलाव किया है। अब यह AI चैटबॉट मेडिकल, लीगल और फाइनेंस से जुड़ी सलाह नहीं देगा। कंपनी का कहना है कि ChatGPT अब केवल एजुकेशनल टूल के रूप में काम करेगा और प्रोफेशनल संपर्क करने की सलाह देगा।
                                            अब ChatGPT पर नहीं मिलेगी ये सलाह
New Delhi: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक आज लोगों के जीवन का अहम हिस्सा बन चुकी है। चैटबॉट्स से लेकर वर्चुअल असिस्टेंट तक, लोग हर दिन किसी न किसी रूप में AI का इस्तेमाल कर रहे हैं। इनमें सबसे चर्चित नाम है ChatGPT, जिसे लाखों लोग अपनी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए यूज करते हैं चाहे वो रिलेशनशिप से जुड़ी सलाह हो, कानूनी दिक्कतें हों या फिर मेडिकल गाइडेंस। लेकिन अब इसमें एक बड़ा बदलाव किया गया है।
OpenAI ने घोषणा की है कि अब ChatGPT मेडिकल, फाइनेंस और लीगल मामलों में कोई भी विशेष सलाह नहीं देगा। कंपनी ने इस कदम को सुरक्षा और विश्वसनीयता के दृष्टिकोण से जरूरी बताया है। 29 अक्टूबर से यह बदलाव लागू हो गया है।
OpenAI के नए नियमों के अनुसार, ChatGPT अब यूजर्स को दवाओं के नाम, उनकी मात्रा, बीमारी के इलाज, कोर्ट केस की रणनीति या निवेश के सुझाव जैसी विशिष्ट जानकारी नहीं देगा। अब यह सिर्फ जनरल जानकारी और बेसिक एजुकेशनल कंटेंट प्रदान करेगा।
OpenAI ने किए बड़े बदलाव
उदाहरण के तौर पर, अगर कोई यूजर किसी बीमारी के इलाज के बारे में पूछेगा, तो ChatGPT केवल उस बीमारी की सामान्य जानकारी देगा और सलाह देगा कि वे किसी डॉक्टर से परामर्श लें। इसी तरह, कानूनी मामलों में यह वकील से और वित्तीय मामलों में किसी प्रमाणित सलाहकार से संपर्क करने की सिफारिश करेगा।
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OpenAI का यह फैसला कई विवादित घटनाओं के बाद लिया गया है। पिछले कुछ महीनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां लोगों ने ChatGPT से मिली सलाह का पालन कर खुद को नुकसान पहुंचाया। एक मामला अगस्त में सामने आया था, जब एक 60 वर्षीय व्यक्ति ने ChatGPT की सलाह पर नमक की जगह सोडियम ब्रोमाइड खाना शुरू कर दिया, जिसके बाद उसे गंभीर मानसिक समस्याएं हुईं और अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
इसी तरह, अमेरिका में 37 वर्षीय व्यक्ति को खाना निगलने में दिक्कत हो रही थी। उसने ChatGPT से पूछा तो चैटबॉट ने बताया कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की संभावना बहुत कम है। व्यक्ति ने इस सलाह पर भरोसा किया और डॉक्टर के पास नहीं गया। बाद में जब उसे डॉक्टर के पास ले जाया गया, तब पता चला कि उसे कैंसर की चौथी स्टेज है। इन घटनाओं ने AI के गलत इस्तेमाल और इसके दुष्परिणामों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
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कंपनी का कहना है कि यह बदलाव यूजर सेफ्टी और विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए जरूरी था। OpenAI के अनुसार, ChatGPT को एक शैक्षणिक और सूचना आधारित टूल के रूप में विकसित किया गया है, न कि किसी डॉक्टर, वकील या निवेश सलाहकार के रूप में। अब यह टूल यूजर्स को केवल ज्ञान और जागरूकता बढ़ाने में मदद करेगा, लेकिन किसी भी “एक्सपर्ट डिसीजन” के लिए इंसानी प्रोफेशनल्स से संपर्क करने की सलाह देगा।