Tech News: WhatsApp पर ChatGPT की सुविधा बंद, मेटा ने यूजर्स को किया अपडेट; जानें क्या है वजह?

मेटा ने व्हाट्सऐप पर थर्ड-पार्टी AI चैटबॉट्स पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। 15 जनवरी 2026 से केवल मेटा AI असिस्टेंट ही यूज किया जा सकेगा। इसका असर AI स्टार्टअप्स और चैटबॉट आधारित बिजनेस पर पड़ेगा।

Post Published By: Sapna Srivastava
Updated : 20 October 2025, 11:42 AM IST
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New Delhi: मेटा ने व्हाट्सऐप पर थर्ड-पार्टी AI चैटबॉट्स के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है। कंपनी के अनुसार, अब व्हाट्सऐप पर केवल मेटा AI असिस्टेंट का ही इस्तेमाल संभव होगा, जबकि ओपनएआई और परप्लेक्सिटी जैसे चैटबॉट्स का यूज 15 जनवरी 2026 से पूरी तरह बैन कर दिया जाएगा।

यह कदम मेटा की तरफ से अपने AI प्लेटफॉर्म को मजबूत करने और अपने इंफ्रास्ट्रक्चर पर दबाव कम करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। मेटा ने यह भी साफ किया कि यह फैसला उन बिजनेस पर असर नहीं डालेगा जो व्हाट्सऐप पर ऑटोमेटेड कस्टम सर्विस बॉट्स या सीमित सेवाओं के लिए AI का उपयोग कर रहे हैं।

क्यों आया यह फैसला?

मेटा के अनुसार, थर्ड-पार्टी चैटबॉट्स का इस्तेमाल उसके इंफ्रास्ट्रक्चर और सपोर्ट सिस्टम पर दबाव डाल रहा था। कई AI स्टार्टअप्स ने अपने चैट-बेस्ड असिस्टेंट्स के जरिए यूजर्स तक सेवाएं पहुंचाई, लेकिन अब इन्हें व्हाट्सऐप प्लेटफॉर्म पर ऑपरेट करना संभव नहीं रहेगा। मेटा का कहना है कि इससे उसके प्लेटफॉर्म की सुरक्षा और परफॉर्मेंस बेहतर होगी।

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WhatsApp यूजर्स के लिए बड़ा झटका

बिजनेस पर असर

इस नए नियम से मुख्य रूप से उन AI स्टार्टअप्स को झटका लगेगा जो व्हाट्सऐप के माध्यम से ग्राहकों को चैट-सपोर्ट प्रदान करते हैं। वहीं ट्रैवल एजेंसी, ई-कॉमर्स और अन्य बिजनेस जिन्हें लिमिटेड और ऑटोमेटेड बॉट्स का इस्तेमाल है, उनके लिए कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। मेटा ने स्पष्ट किया कि यदि कोई कंपनी अपना मुख्य सर्विस चैटबॉट के जरिए देती है, तो वह व्हाट्सऐप बिजनेस सॉल्यूशन का इस्तेमाल नहीं कर सकती।

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मैसेज लिमिट का भी होगा पालन

साथ ही मेटा ने यह भी घोषणा की है कि वह स्पैम रोकने के लिए ऐसे मैसेज पर मंथली लिमिट लगायेगी, जो यूजर्स द्वारा रिप्लाई नहीं किए गए हैं। इसका फायदा यह होगा कि प्लेटफॉर्म पर गैरज़रूरी मैसेजिंग कम होगी और उपयोगकर्ताओं को बेहतर अनुभव मिलेगा। यह फीचर पहले कुछ देशों में ट्रायल के तौर पर शुरू किया जाएगा और बाद में वैश्विक स्तर पर लागू किया जाएगा।

कब से लागू होगा नया नियम?

मेटा का यह नियम 15 जनवरी 2026 से लागू होगा। इसके बाद व्हाट्सऐप पर ChatGPT, परप्लेक्सिटी और अन्य थर्ड-पार्टी AI चैटबॉट्स का उपयोग करना संभव नहीं होगा।

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उपभोक्ताओं के लिए सुझाव

यूजर्स और व्यवसायों को सलाह दी जा रही है कि वे इस बदलाव की तैयारी पहले से कर लें। बिजनेस जिनका मुख्य कार्य AI चैटबॉट पर आधारित है, उन्हें वैकल्पिक माध्यमों की योजना बनानी होगी। वहीं व्यक्तिगत यूजर्स केवल मेटा AI का ही इस्तेमाल कर पाएंगे।

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  • New Delhi

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  • 20 October 2025, 11:42 AM IST