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भीलवाड़ा में सेंट्रल एकेडमी की बाल वाहिनी पानी में फंस गई, जिसमें 7-8 बच्चे सवार थे। स्कूल प्रबंधन और वाहन चालक की गंभीर लापरवाही उजागर हुई, जब रेस्क्यू के दौरान दूसरी बस में भी बच्चे बैठे थे। स्थानीय नागरिक और माता-पिता प्रशासन से जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
स्कूल वैन पानी में फंसी
Bhilwara: शहर के सुखाड़िया सर्किल के निकट रेलवे अंडरब्रिज में शुक्रवार सुबह स्कूल की बाल वाहिनी पानी में फंस गई, जिससे बच्चों की जान जोखिम में पड़ गई। घटना सेंट्रल एकेडमी नामक निजी स्कूल की है, जिसमें लगभग 7-8 बच्चे सवार थे। प्रशासन की सख्ती और सुरक्षा मानकों के बावजूद स्कूल प्रबंधन की लापरवाही उजागर हुई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, सूचना मिलते ही स्कूल की दूसरी बस मौके पर पहुंची और फंसी हुई वाहिनी को बाहर निकालने का प्रयास किया गया। लेकिन इसी दौरान सबसे बड़ी चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई। जिस बस से फंसी हुई बाल वाहिनी को बाहर खींचा गया, उसी बस में अन्य बच्चे बैठे थे। भारी वाहन के खींचे जाने से झटका लगने या बस के असंतुलन की स्थिति में किसी भी समय बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।
स्थानीय लोगों ने इसे स्कूल प्रबंधन की गंभीर लापरवाही करार दिया। उन्होंने कहा कि पानी से भरे अंडरब्रिज में बच्चों से भरी गाड़ी उतराना ही गैर-जिम्मेदारी थी। ऊपर से दूसरी बस में बच्चों को बैठाकर रेस्क्यू करना सुरक्षा नियमों की पूरी धज्जियां उड़ाने के बराबर था।
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इस घटना ने स्कूलों में सुरक्षा मानकों पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे समय में जब राज्य में लगातार हादसे और आगजनी की घटनाएं बढ़ रही हैं, बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन और स्कूल प्रबंधन की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है।
यह घटना स्कूलों में सुरक्षा मानकों पर बड़े सवाल खड़े करती है-
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माता-पिता और नागरिक प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि इस मामले की जांच कर स्कूल प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई की जाए। वहीं, सवाल यह भी है कि वाहन चालक और स्कूल प्रबंधन इतने घटनाओं के बाद भी सुरक्षा नियमों का पालन क्यों नहीं कर रहे हैं।