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HMT वॉचेस ने ‘ऑपरेशन सिंदूर JGSL 01’ नाम से 2400 रुपये की नई घड़ी लॉन्च की है, जिसका नाम और डिजाइन सोशल मीडिया पर विवाद का कारण बन गया है। नेटिजन्स इसे संवेदनशील सैन्य कार्रवाई से जोड़कर बिजनेस करने का आरोप लगा रहे हैं। वहीं कंपनी इसे भावना से प्रेरित डिजाइन बता रही है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ डिजाइन वाली घड़ी लॉन्च
New Delhi: देश की प्रतिष्ठित घड़ी निर्माता कंपनी HMT वॉचेस एक बार फिर चर्चा में है, लेकिन इस बार वजह उसकी तकनीक या कीमत नहीं, बल्कि एक विवादास्पद नाम और डिजाइन है। कंपनी ने हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर JGSL 01’ नाम से एक नई कलाई घड़ी लॉन्च की है, जिसकी कीमत 2400 रुपये रखी गई है। लॉन्च के साथ ही यह घड़ी सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगी, लेकिन तारीफों से ज्यादा आलोचनाओं के कारण।
HMT के अनुसार, यह घड़ी रोजमर्रा के इस्तेमाल को ध्यान में रखकर डिजाइन की गई है। इसमें स्टील कलर की ब्रास बॉडी, सिंपल सफेद डायल और काले रंग का लेदर स्ट्रैप दिया गया है। यह वॉच दो डायल कलर, सफेद और लाल में उपलब्ध है। तकनीकी रूप से घड़ी साधारण और क्लासिक है, लेकिन इसके डायल का डिजाइन ही विवाद की जड़ बन गया है।
दरअसल, घड़ी की सुइयों के बीच एक कटोरी जैसी आकृति में लाल रंग दिखाया गया है, जिसे कई लोगों ने सिंदूर से जोड़ा। इसके अलावा दाईं ओर फैला लाल रंग भी लोगों को असहज कर रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि यह डिजाइन सीधे तौर पर हिंसा और मौत की याद दिलाता है। कई नेटिजन्स ने आरोप लगाया कि कंपनी एक दर्दनाक सैन्य कार्रवाई को कमर्शियल प्रोडक्ट से जोड़कर मुनाफा कमाने की कोशिश कर रही है।
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एक यूजर ने लिखा, “क्या यह जश्न मनाने की चीज है? उस ऑपरेशन में लोगों की जान गई थी।” वहीं दूसरे यूजर ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, “साल का सबसे खराब घड़ी डिजाइन अवॉर्ड इसे मिलना चाहिए।” कुछ लोगों ने इसे श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि प्रोपेगेंडा बताया। आलोचकों का मानना है कि युद्ध और आतंकी घटनाओं को मार्केटिंग टूल बनाना नैतिक रूप से गलत है।
वहीं, HMT की ओर से सफाई दी गई है कि इस घड़ी का डिजाइन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के पीछे की भावना और बलिदान को सम्मान देने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। कंपनी का कहना है कि यह किसी भी तरह से संवेदनशीलता को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं बनाई गई।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम अपने आप में काफी भावनात्मक और गंभीर संदर्भ रखता है। यह अप्रैल 2025 में पहलगाम आतंकी हमले के बाद की गई भारतीय सेना की सैन्य कार्रवाई का कोडनेम था, जिसमें कई निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। इसके बाद मई में पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर संयुक्त सैन्य कार्रवाई की गई थी।