

लोगों के घरों में झाड़ू पोंछा करके अपने बच्चों का पेट पालने वाली एक महिला पर चोरी के झूठे मामले में फंसाने का प्रकरण सामने आया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
रायबरेली: प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ महिला सुरक्षा को लेकर बड़े- बड़े दावे कर रहे हैं लेकिन महिलाओं पर हो रहे अत्याचार की कहानी किसी से छुपी नहीं है। भले ही अपने अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों को लगातार दिशा निर्देश देते है कि आम जनता की समस्याओं को सुनते हुए उनकी समस्याओं का निस्तारण तुरंत करें लेकिन बीते 15 दिनों के अंदर रायबरेली पुलिस का महकमा लगातार सुर्खियों में नजर आ रहा है। प्रार्थी को ही थाने पर बुलाकर उसके साथ दुर्व्यवहार करने के कई मामले लगातार संज्ञान में आ रहे हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मामला रायबरेली जिले के मिल एरिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत बालापुर कस्बे का है।
जानकारी के अनुसार बालापुर कस्बा निवासी महिला कमला देवी लोगों के यहां बर्तन झाड़ू कर अपने बच्चों का पेट पालती है। महिला आईटीआई कॉलोनी में रहने वाले युवक के यहां पिछले 4 वर्षों से झाड़ू पोछा बर्तन का काम करती थी।
रक्षाबंधन के तीन दिन पहले किसी बात से विवाद होने के कारण महिला ने घर पर काम बंद कर दिया था, जिसको लेकर युवक ने थाना मिल एरिया में महिला के खिलाफ चोरी का मुकदमा दर्ज कर दिया। जिसके बाद थाने में तैनात महिला पुलिस ने आरोपित महिला कमला देवी और उसके बच्चों को थाने पर बुलाकर जमकर मारपीट की और जबरन चोरी किए हुए सामान को कबूल करने की बात कही है।
पीड़ित महिला कमला देवी ने पुलिस अधीक्षक रायबरेली से इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए महिला पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।
इस पूरे मामले को लेकर रायबरेली के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने मामले की निष्पक्ष जांच करने के निर्देश देते हुए, पूरे प्रकरण को क्षेत्राधिकारी सदर अमित सिंह को सौंप दिया है और निष्कर्ष निकालने के बाद तथ्यों के आधार पर कार्यवाही करने की बात कही है।
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