BLOG: दिल्ली सीएम पद से इस्तीफा देने पर क्या है अरविंद केजरीवाल की सोच?

डीएन ब्यूरो

अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सीएम पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है। इस फैसले के पीछे अरविंद केजरीवाल की क्या सोच आज इस आर्टिकल में समझने की कोशिश करेंगे।

अरविंद केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल


नई दिल्ली: 15 सितंबर को आप कार्यकर्ताओं की एक रैली के दौरान अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है। केजरीवाल के इस ऐलान के बाद से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। अरविंद केजरीवाल ने बताया कि विधायक दल की बैठक में यह तय होगा कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। केजरीवाल ने यह ऐलान जेल से बाहर निकलने के बाद किया। 

चर्चा अब इस बात की है कि आखिर क्यों अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया? इस फैसले के पीछे उनकी क्या सोच है या फिर उनके दिमाग में क्या खिचड़ी पक रही है। जैसा कि हम सब जानते हैं कि कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को सशर्त जमानत दी है। भले ही अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर आ गये है, लेकिन एक मुख्यमंत्री के तौर काम को लेकर उन पर कई बंदिशे लगी गुई हैं। उन्हें इस्तीफा (Resignation) देना ही था तो जेल में रहते हुए या फिर जब आरोप लगा तब क्यों यह फैसला नहीं लिया? 

सशर्त जमानत ने केजरीवाल को किया मजबूर?
आप लोगों की राय इस फैसले पर जो कुछ भी हो, लेकिन एक बात तो पक्की है कि अरविंद केजरीवाल फिलहाल बंदिशों से आजाद होना चाहते हैं। केजरीवाल को यह अच्छे से पता है कि बंदिशों में रहकर वह दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Election) में स्वतंत्र होकर जोर नहीं लगा सकते हैं। आने वाले फरवरी माह में दिल्ली सरकार (Delhi Government) का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। दिल्ली (Delhi) में दोबारा से चुनाव होना है। ऐसे में सशर्त जमानत पर रहते हुए अरविंद केजरीवाल कैसे दिल्ली चुनाव में बिगुल बजा पायेंगे?

बिना रोक-टोक के काम करना चाहते हैं केजरीवाल?
केजरीवाल की पूरी कोशिश है कि बिना किसी रोक-टोक के दिल्ली में रैलियों की हुंकार भरी जाये। चुनाव में शानदार जीत दर्ज कर दिल्ली में एक बार फिर से सरकार बनाई जाये। सरकार बनी तो निश्चित है कि सीएम वही बनेंगे। केजरीवाल को यह भी डर है कि जेल में रहने के बाद या फिर आरोपों के घेरे में रहने के बाद कहीं दिल्ली वासियों के मन में उनकी छवि धूमिल तो नहीं हुई है। इसलिए केजरीवाल आम आदमी की तरह लोगों से जनसंवाद करना चाहते हैं। अपनी ईमानदारी साबित करना और जनता के बीच एक बार फिर से सहानुभूति पैदा करना केजरीवाल की एक बड़ी रणनीति हो सकती है, जिसके चलते उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा देने की सोची।    

क्या सुनीता केजरीवाल होंगी अगली सीएम?
राजनीति (Politics) में कितनी गहराई होती है इसकी समझ लोगों में है। अगला मुख्यमंत्री कोई भी हो वह केजरीवाल का करीबी और वफादार ही होगा। नया सीएम बनने के बाद भी मुख्य भूमिका केजरीवाल की ही रहेगी, इसमें कतई संकोच नहीं। इसलिए ये तय है कि बिना मुख्यमंत्री रहते हुए भी उनके मन मुताबिक काम होते रहेंगे। इधर अरविंद केजरीवाल स्वतंत्र होकर दिल्ली की राजनीति में जान डालेंगे। अब देखना ये होगा कि दिल्ली का अगला सीएम कौन होगा? अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल (Sunita Kejriwal) को भी इस पद का दावेदार माना जा रहा है, लेकिन परिवारवाद का ठप्पा न लगे तो पार्टी आतिशी (Atishi) या फिर सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) जैसे बड़े नाम पर भी मुहर लगा सकती है। 
  

 

 

   










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