West Bengal: टीएमसी बलात्कारी पार्टी है’: संदेशखाली हिंसा पर पश्चिम बंगाल भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी

पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने संदेशखली में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेताओं के खिलाफ महिलाओं के उत्पीड़न और अत्याचार का आरोप लगाते हुए रविवार को कोलकाता के उत्तरी हिस्से में विभिन्न पुलिस थानों के सामने विरोध प्रदर्शन किये। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 11 February 2024, 3:58 PM IST
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कोलकाता: पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने संदेशखली में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेताओं के खिलाफ महिलाओं के उत्पीड़न और अत्याचार का आरोप लगाते हुए रविवार को कोलकाता के उत्तरी हिस्से में विभिन्न पुलिस थानों के सामने विरोध प्रदर्शन किये।

भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं ने पहले एमहर्स्ट स्ट्रीट में उपायुक्त (उत्तर) के कार्यालय के सामने और फिर श्यामपुकुर पुलिस थाने पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखली के स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता लंबे समय से क्षेत्र में महिलाओं को परेशान और प्रताड़ित कर रहे हैं।

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संदेशखली में महिलाओं ने भी पिछले कुछ दिनों में यह आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया है कि टीएमसी के स्थानीय नेता शेख शाहजहां और उसके 'गिरोह' ने उनका यौन उत्पीड़न करने के अलावा, जमीन के बड़े हिस्से पर बलपूर्वक कब्जा कर लिया है।

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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार उन्होंने पिछले महीने से फरार शाहजहां की गिरफ्तारी की मांग की। वह उस वक्त फरार हो गया था जब कथित राशन घोटाले में उसके घर पर छापा मारने गई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया था।

इस बीच, पुलिस ने संदेशखली में तृणमूल कांग्रेस नेता उत्तम सरदार को शनिवार को पार्टी से निलंबित किए जाने के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया।

राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने शनिवार को कहा था कि संदेशखली में वर्तमान स्थिति ‘‘ऐसी है जो किसी भी सभ्य समाज में नहीं हो सकती’’ और राज्य सरकार से प्रभावी कार्रवाई करने का आह्वान किया। उन्होंने राज्य सरकार से रिपोर्ट भी मांगी है।

बोस का यह बयान भाजपा द्वारा संदेशखली में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन में उनके हस्तक्षेप की मांग के कुछ घंटे बाद आया। संदेशखली में शनिवार को धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई थी।