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एक दिन पहले घुघली क्षेत्र में वाहन मालिक और ARTO के बीच हुए विवाद मामला अब जिलाधिकारी दरबार पहुंचा है। वाहन मालिक ने उपसंभागीय अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए है. जानिए डाइनामाइट न्यूज पर पूरी खबर
महराजगंज: घुघली क्षेत्र में उपसंभागीय अधिकारी और वाहन स्वामी के बीच दो दिन पूर्व हुए विवाद ने अब नया मोड़ के लिया है। यह मामला अब जिलाधिकारी के पास पहुंच गया है। वाहन स्वामी ने जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार वाहन स्वामी ने बताया कि पिछले महीने केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, का महराजगंज में आगमन हुआ था।
वाहन स्वामी ने डीएम को दी गई शिकायत में कहा कि वित्त मंत्री के कार्यक्रम के लिये एआरटीओ द्वारा तीन बस जबरदस्ती घुघली से महराजगंज के लिए मांगी थी। उनको बस उपलब्ध करा दी। एआरटीओ महराजगंज द्वारा 40-40 लीटर डीजल व एक–एक हजार रूपया प्रति बस देने का आश्वासन दिया था।
वाहन स्वामी द्वारा बताया गया था उनके वाहन का फिटनेस समाप्त हो गया है, लेकिन फिर भी उसे गाड़ी लाने को कहा गया।
मेरे अलावा अन्य कोई गाड़ी का प्रपत्र चेक नहीं करेगा। लेकिन अब तक कोई भुगतान नहीं किया गया। हम प्रार्थी द्वारा उक्त डीजल व ड्राईवर व कन्डक्टर की खुराकी मांगी गई तो वह नाराज हो गए। और अयोध्या जाने के लिए फ्री में बस न देने पर 04 मार्च को सुबह करीब 9 बजे मेरी बस नंबर- यूपी 53 बीटी 0962 घुघली से सवारी लेकर सिसवां बाजार जा रही थी।
तभी एआरटीओ महराजगंज ने मेरी गाड़ी को घुघली-सिसवां रोड पर बस को रोककर ड्राईवर व कण्डक्टर को आपत्तिजनक शब्द बोलते हुए सभी सवारी को उतारने का दबाव बनाने लगे।
जिस पर मेरे ड्राईवर द्वारा हमे फोन पर इसकी सूचना मिली। हम मौके पर पहुचे तो मुझे भी एआरटीओ द्वारा हमें भी आपत्तिजनक शब्द बोलने लगे। कर्मचारियों व अन्य सवारी के बीच हम प्रार्थी को अपमानित किये और अपने प्राईवेट कर्मचारियों को बुलाकर अपने दबंगई के बल पर उनकी बस थाने पर ले गए और जबरदस्ती सीज कर दिये।
इस तरह से एआरटीओ द्वारा लगभग 10,000/-रूपये डीजल का व लगभग 3000 रूपये ड्राईवर की मजदूरी धोखाधड़ी की नियत से हड़प लिए। वाहन स्वामी ने आज जिलाधिकारी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है।
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