वेदांता का बड़ा बयान, जानिये कंपनी की हिस्सेदारी बेचने को लेकर क्या कहा
वेदांता लिमिटेड ने बृहस्पतिवार को कंपनी की हिस्सेदारी बेचने संबंधी खबरों पर आखिरकार चुप्पी तोड़ दी है। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में जानिये इस मामले पर क्या कहा वेदांता ने
नयी दिल्ली: वेदांता लिमिटेड ने बृहस्पतिवार को कंपनी की हिस्सेदारी बेचने संबंधी खबरों को गलत और आधारहीन बताया है।
गत दिनों इस तरह की कुछ मीडिया रिपोर्टें सामने आईं थीं, जिनमे कहा गया कि खनन उद्यमी अनिल अग्रवाल वेदांता में हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रहे हैं और कंपनी की पांच प्रतिशत से कम हिस्सेदारी बेचने की संभावना तलाश रहे हैं।
यह भी पढ़ें |
Ease of Doing Business Ranking: UP की लंबी छलांग, जानिये.. कई राज्यों को पछाड़ कैसे नंबर-2 बना यूपी
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, “वेदांता लिमिटेड में हिस्सेदारी बेचने की खबर गलत और बेबुनियाद है।”
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि अग्रवाल अगर धन जुटाने में सफल नहीं होते हैं तो उनके लिए वेदांता में हिस्सेदोरी बेचना अंतिम विकल्प बचेगा।
यह भी पढ़ें |
America: टीपीएफ ने व्यापारों को भारत, अमेरिका में विस्तार करने के लिए भरोसेमंद माहौल दिया
वेदांता लिमिटेड में वेदांता रिसोर्सेज बहुलांश शेयरधारक है। वह हिंदुस्तान जिंक लि.को अपनी जस्ता संपत्तियों की 298.1 करोड़ डॉलर में बिक्री के जरिये कर्ज के बोझ को कम करना चाहती है। हालांकि, सरकार ने कंपनी के इस कदम का विरोध किया है। सरकार की हिंदुस्तान जिंक में 29.54 प्रतिशत हिस्सेदारी है। ।
वेदांता की एचजेडएल में 64.92 प्रतिशत हिस्सेदारी है।