

ऋषिकेश में बुधवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब अचानक क्लिनिक पर छापेमारी की गई। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
ऋषिकेश: उत्तराखंड़ के ऋषिकेश में बुधवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब यहां अचानक क्लीनिक पर छापेमारी की गई। केंद्र और राज्य औषधि नियंत्रण विभाग की टीम ने मिर्गी के इलाज में अनाधिकृत दवाओं के इस्तेमाल की शिकायत पर हरिद्वार रोड स्थित नीरज क्लीनिक पर जबरदस्त छापेमारी की गई है। टीम ने पांच बड़े कट्टों में भरी संदिग्ध दवाओं को कब्जे में लेकर सील कर दिया। शक के दायरे में आई चार दवाओं के सैंपल भी जांच के लिए उठाए गए हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, टीम ने करीब आठ घंटे तक क्लीनिक के कोने-कोने की तलाशी ली। कर्मचारियों से तीखी पूछताछ भी हुई और दस्तावेजों को खंगाला गया। हालात देखकर टीम ने क्लीनिक का लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति कर दी है।
दिल्ली से आए ड्रग कंट्रोलर की टीम के सदस्य मानवेंद्र सिंह राणा ने बताया कि महाराष्ट्र के एक शख्स की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई। अगर दवाओं के सैंपल फेल होते हैं, तो क्लीनिक संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई तय है। अभी संचालक से जवाब तलब किया गया है।
लिफाफों में भरी गोलियां भी जब्त
टीम को मौके पर कई लिफाफा बंद पैकेट मिले, जिन्हें खुलवाकर दवाइयां कब्जे में ली गईं। इस छापेमारी में आयुर्वेदिक दवाओं की गड़बड़ी को लेकर आयुष विभाग भी एक्टिव रहा। संभावना है कि आयुष विभाग भी अलग से केस दर्ज कर सकता है। नीरज क्लीनिक की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि जांच में क्या निकलता है और आगे किस तरह की कार्रवाई होती है।