Uttar Pradesh: रायबरेली में नहरें सूखी, सिंचाई के लिए पानी को तरस रहे किसान

बुआई का सीजन शुरू हो चुका है ऐसे में किसानों को पलेवा के लिए पानी की आवश्यकता है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 14 December 2024, 5:09 PM IST
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रायबरेली: रबी की बुआई का सीजन शुरू हो चुका है लेकिन लालगंज और सरेनी क्षेत्र में नहर में पानी न आने से किसान परेशान हैं। इससे गेहूं की बुआई के लिए किसान खेतों का पलेवा नहीं कर पा रहे हैं। किसानों को पलेवा के लिए पानी की आवश्यकता है लेकिन अभी तक नहरें चालू न होने के चलते किसान त्रस्त हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार किसानों ने अतिशीघ्र नहरों को चालू करने की मांग की है।

जानकारी के अनुसार लालगंज और सरेनी में लगभग 70 फीसदी भू-भाग की सिंचाई नहर व रजबाहों के माध्यम से होती है लेकिन नहर में पानी नहीं होने से रजबाहों में भी पानी न आने से खेती किसानी पिछड़ रही है। नहरों में पिछले लगभग छ महीने से पानी नहीं आया है। जिसकी वजह से इससे निकले रजबाहे सूखे पड़े हैं।

क्षेत्र के गांव से होकर निकले रजबहे में टेल तक पानी नहीं पहुंचा है। रजबहे की हर साल सिल्ट सफाई तो होती है, लेकिन पानी टेल तक नहीं पहुंचता है। बीच में कई जगह-जगह कटान होने से सिंचाई प्रभावित होती है।

क्षेत्र के किसानों ने बताया कि नहर में अब तक पानी न आने से गेहूं की फसल की बुवाई के लिए खेतों का पलेवा नहीं हो पा रहा है।

इस वर्ष 15 अक्तूबर से गेहूं की फसल बुवाई का समय शुरू हो गया है। लेकिन किसान नलकूपों के माध्यम से सिंचाई कर रहे हैं और नंबर आने पर ही खेतों में पानी लगाया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि इस बात की शिकायत पिछले कई वर्षों से जिले स्तर के अधिकारियों से की जा रही है लेकिन समस्याओं का निराकरण होता नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में वे अपनी साल भर की कमाई का हिस्सा कैसे उत्पन्न करें यह गंभीर समस्या है।