UP News: एसटीएफ ने सेना में भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी को किया गिरफ्तार
एसटीएफ उत्तर प्रदेश और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने सेना की कैंटीन डिपो में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य को गिरफ्तार कर महत्वपूर्ण सफलता हासिल की। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने सेना की कैंटीन स्टोर डिपो में अस्थाई पदों पर नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान धीरेंद्र उर्फ मनोज के रूप में हुई है।
धीरेंद्र उर्फ मनोज पुत्र हुकुम सिंह आगरा के सदर बाजार इलाके का निवासी है। वह कैंटीन स्टोर डिपो, आगरा में अस्थाई कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है। एसटीएफ ने मधुनगर चौराहा, थाना सदर बाजार कैंट आगरा से उसे गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई 02 दिसंबर 2024 को रात 8:10 बजे की गई।
बरामद सामान
गिरफ्तारी के दौरान अभियुक्त के पास से कई दस्तावेज और सामान बरामद हुए, जिनमें एक आधार कार्ड, एक डीएन, एक पेन कार्ड, चार एटीएम कार्ड, एक वोटर आईडी, बैंक लेनदेन से संबंधित दस्तावेज, दो मोबाइल फोन, एक मोटरसाइकिल और ₹600 नकद शामिल हैं।
घटना का खुलासा
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मामले का खुलासा तब हुआ जब इटावा के जसवंतनगर निवासी अनिल यादव ने मिलिट्री इंटेलिजेंस को शिकायत दी। अनिल ने आरोप लगाया कि सेना हवलदार क्लर्क मनीष भदौरिया और जसकरण पठानियों (जो वर्तमान में जम्मू में तैनात हैं) ने धीरेंद्र उर्फ मनोज के माध्यम से सेना की कैंटीन स्टोर डिपो में नौकरी लगवाने का झांसा देकर लोगों से पैसे ऐंठे।
शिकायत में बताया गया कि अभियुक्तों ने व्हाट्सएप पर फर्जी दस्तावेज भेजकर भरोसा दिलाया और आवेदकों से मोटी रकम वसूली। मामले की प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद मिलिट्री इंटेलिजेंस ने एसटीएफ से सहयोग मांगा।
गिरफ्तारी कैसे हुई
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक राकेश के निर्देशन में निरीक्षक यतींद्र शर्मा की अगुवाई में टीम ने अभियुक्त को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। उन्हें सूचना मिली कि धीरेंद्र मधुनगर चौराहे पर किसी से मिलने की प्रतीक्षा कर रहा है। एसटीएफ और मिलिट्री इंटेलिजेंस की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
अभियुक्त का बयान
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पूछताछ में धीरेंद्र ने स्वीकार किया कि वह सेना हवलदार मनीष भदौरिया और जसकरण पठानियों के साथ मिलकर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता था। उसने बताया कि मनीष फर्जी दस्तावेज तैयार करता था और आवेदकों से पैसे लेकर अपने बैंक खाते में जमा कराता था।
मामला दर्ज
आरोपी के खिलाफ थाना सदर बाजार, आगरा में मुकदमा संख्या 687/2024, धारा 318(4)/61(02) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की आगे की जांच स्थानीय पुलिस कर रही है।