सपा के प्रत्याशी उतारने से यूपी विधान परिषद चुनाव हुआ दिलचस्प, क्या भाजपा जिता पायेगी अपने दोनों उम्मीदवार?

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की दो सीटों का चुनाव अब बेहद दिलचस्प हो गया है। भाजपा के दो उम्मीदवारों की घोषणा के बाद सपा ने भी इस चुनाव में अपने एक प्रत्याशी की घोषणा कर दी है, जिससे चुनाव दिलचस्प हो गया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

सपा प्रत्याशी के आने से यूपी विधानसभा चुनाव दिलचस्प
सपा प्रत्याशी के आने से यूपी विधानसभा चुनाव दिलचस्प


लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को अपने दो उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की। लेकिन इस चुनाव में तब ट्विस्ट आ गया, जब मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने भी इस मुकाबले में ताल ठोकी और रविवार को अपने एक उम्मीदवार के नाम के ऐलान के साथ विधान परिषद चुनाव लड़ने की घोषणा की। खास बात यह है सपा ने इस चुनाव में एक आदिवासी महिला को अपना उम्मीदवार बनाया है, जिससे मुकाबला रोचक हो गया।

सपा ने आदिवासी पृष्ठभूमि से आने वाली कीर्ति कोल को बनाया उम्मीदवार

भाजपा ने यूपी विधान परिषद के चुनाव के लिए धर्मेंद्र सिंह सैंथवार और दूसरा निर्मला पासवान को पार्टी उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया है। धर्मेंद्र सिंह सैथवार गोरखपुर क्षेत्रीय अध्यक्ष हैं। वहीं, निर्मला पासवान प्रयागराज से आती हैं और वह भाजपा महिला मोर्चा की नेता हैं।

विधान परिषद चुनाव के लिए भाजपा द्वारा दो प्रत्याशियों के ऐलान तक पार्टी प्रत्याशियों के जीत के समीकरण बेहद आसान नजर आ रहे थे। लेकिन समाजवादी पार्टी द्वारा इस चुनाव में आदिवासी महिला को अपना प्रत्याशी बनाये जाने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है। 

समाजवादी पार्टी ने विधान परिषद चुनाव के लिए कीर्ति कोल को अपना अधिकृत उम्मीदवार बनाया है। सपा प्रत्याशी कीर्ति मिर्जापुर की छानबे विधानसभा से सपा की प्रत्याशी रह चुकीं हैं। वे आदिवासी समाज का प्रतिनिधित्व करती हैं। आदिवासी पृष्ठभूमि के कारण कीर्ति ने विधान विधान परिषद की दो सीटों पर होने वाले चुनाव को रोचक बना दिया है। 

बता दें कि यूपी एमएलसी चुनाव में नामांकन की कल यानि 1 अगस्त को अंतिम तिथि है। कल दोनों दलों के प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल करेंगे। 










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