UP By-Election: उपचुनाव की तैयारियों के लिए मायावती बैठक में करेगी मंथन

बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज रविवार को आगामी विधानसभा उपचुनाव को लेकर पार्टी पदाधिकारियों की अहम बैठक बुलाई है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 11 August 2024, 8:13 AM IST
google-preferred

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव (By-Election) की तारीख जैसे- जैस नजदीक आ रही है। उसे देखकर सभी राजनीतिक पार्टियों में बैठकों का दौर चालू हो गया है।  चुनाव के  लिए सभी राजनीतिक दल (political party) तैयारियों में जुट गए हैं और आगे की रणनीति बना रहे हैं।  बसपा (BSP) सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने उपचुनाव की तैयारियों को लेकर आज यानी रविवार सुबह 11 बजे लखनऊ में बैठक (meeting) बुलाई है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार इस बैठक में बसपा के पदाधिकारियों को बुलाया गया है।

चुनावी रणनीती पर होगी चर्चा
जानकारी के अनुसार बसपा की बैठक में प्रदेश के जिला अध्यक्ष भी शामिल होंगे। वहीं इस बैठक में प्रदेश पदाधिकारी, जोनल प्रभारी और जिला अध्यक्षों के साथ उपचुनाव के सीटों को लेकर चर्चा होगी, जिसमें वह पार्टी की जोनवार फीडबैक भी लेंगी। इसके साथ ही बसपा सुप्रीमो विधानसभा उपचुनाव को लेकर अपनी रणनीति भी तय कर सकती हैं।

प्रदेश के सभी पदाधिकारी होंगे शामिल
उपचुनाव को लेकर मायावती की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने रविवार को प्रदेश पदाधिकारियों के साथ ही सभी जिलाध्यक्षों की विशेष बैठक बुलाई है। माल एवेन्यू स्थित पार्टी मुख्यालय में सुबह 11 बजे से होने वाली बैठक में बसपा प्रमुख उपचुनाव की तैयारियों के साथ ही उम्मीदवारों के चयन पर पदाधिकारियों से चर्चा करेंगी। जिन जिलों से संबंधित विधानसभा सीटें हैं उनके अध्यक्षों के साथ बसपा प्रमुख अलग से भी बैठक करेंगी। हरियाणा में व्यस्तता के चलते बैठक में पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद नहीं रहेंगे।

9 सीटों के विधायकों सांसद चुने गए
यूपी की 10 सीटों पर विधानसभा चुनाव होना है। इसमें कानपुर के सीसामऊ की सीट समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी को सजा सुनाए जाने के बाद खाली हुई है। इसके अलावा 9 सीटों के विधायकों के सांसद चुने जाने के बाद उपचुनाव हो रहा है। इनमें से 5 सीटें करहल, सीसामऊ, मिल्कीपुर, कटेहरी और कुंदरकी अभी तक समाजवादी पार्टी के पास थीं। इसके अलावा खैर, गाजियाबाद और फूलपुर सीट बीजेपी के पास तो मझवा निषाद पार्टी और मीरापुर रालोद के पास थी।