..तो इस वजह से चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम नहीं कर पाई टीम इंडिया

डीएन संवाददाता

रविवार को लंदन में खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में भारत को पाकिस्तान ने 180 रनों से हरा दिया। इस जीत के साथ पाकिस्तान ने पहली बार चैम्पियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया है।

विराट और इंडियन टीम
विराट और इंडियन टीम


लंदन: इस रिपोर्ट में हम आपको बताने जा रहे है कि आखिर किस वजह से टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम नहीं कर पाई।

टीम इंडिया द्वारा पहले टॉस जीतकर गेंदबाज़ी करना

ऐसा माना जा रहा है कि टीम इंडिया की सबसे बड़ी गलती टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करनी रही। भारतीय गेंदबाज़ी पूरी पारी के दौरान पाकिस्तान पर लगाम लगाने में नाकामयाब रहे।

बुमराह की नो बॉल

यह भी पढ़ें | भारत-पाकिस्तान फाइनल मैच से पहले राहुल द्रविड़ ने कप्तान विराट को दी बड़ी सलाह..

जसप्रीत बुमराह जब मैच का चौथा ओवर देने आए उस टाइम भारत पाकिस्तान के ओपनर फखर जमाद का विकेट लेने के लिए चूक गया। बुमराह ने ओवर की पहली गेंद पर ही फखर को धोनी के हाथों कैच आउट करवा दिया, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण अंपायर ने गेंद को नो बॉल करार दे दिया। इसके बाद फखद ने मिले जीवनदान का पूरा फायदा उठाया और 114 रनों की बड़ी पारी खेल डाली।

जडेजा द्वारा पांड्या का आउट होना

जब भारत के सभी बल्लेबाज रन बनाने में नाकामयाब रहें उस समय तेज ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या बैटिंग करने आए। सबकी उन्मीदें उन्हीं पर थीं क्योंकि भारत के पास और बल्लेबाजी नहीं बची थी। उन्होंने छक्कों की बरसात लगाना शुरु की और मैच जीतने की उम्मीदें बनाई रखीं। लेकिन 27वें ओवर में जडेजा की गलती से वह रन आउट हो गए। उनके आउट होते ही भारत का संघर्ष ही थम गया था।

यह भी पढ़ें | भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर हो सकता है महामुकाबला..

गेंदबाज़ों का खराब प्रदर्शन

इस हार का एक कारण गेंदबाज़ों का खराब प्रदर्शन भी रहा है। स्पिन गेंदबाज आर अश्विन और रविंद्र जडेजा ने जमकर रन लुटाए।

युवराज से गेंदबाजी ना करवाना

कप्तान कोहली की सबसे बड़ी गलती यह भी माना जा रहा है कि जब कोई भी गेंदबाज नहीं चल रहा था उस दौरान युवराज को गेंदबाजी देना चाहिए था। एक चेंज बॉलर के तौर पर युवराज टीम इंडिया के लिए फायदेमंद साबित हो सकते थे लेकिन कोहली ने ऐसा नही किय़ा।










संबंधित समाचार