CSE की नई रिपोर्ट में सामने आई दिल्ली-एनसीआर के वायु प्रदूषण की सच्चाई

डीएन ब्यूरो

सेंटर फॉर साइंस एंड इनवायरन्मेंट (सीएसई) द्वारा किये गये वायु प्रदूषण के एक हालिया विश्लेषण के अनुसार, 2018 में बड़े पैमाने पर हवा की गुणवत्ता की निगरानी शुरू किये जाने के बाद से इस बार सर्दियों के मौसम में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में सर्वाधिक स्वच्छ वायु रही। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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नयी दिल्ली: सेंटर फॉर साइंस एंड इनवायरन्मेंट (सीएसई) द्वारा किये गये वायु प्रदूषण के एक हालिया विश्लेषण के अनुसार, 2018 में बड़े पैमाने पर हवा की गुणवत्ता की निगरानी शुरू किये जाने के बाद से इस बार सर्दियों के मौसम में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में सर्वाधिक स्वच्छ वायु रही।

प्रमुख थिंक टैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषकों का सकेंद्रण अक्टूबर-जनवरी अवधि के दौरान 160 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा, जो 2018-19 में व्यापक स्तर पर निगरानी शुरू किये जाने के बाद से न्यूनतम स्तर है।

सीएसई की रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘पीएम2.5(हवा में मौजूद 2.5 माइक्रोमीटर से कम व्यास के कण) के स्तर की गणना, शहर में मौजूद 36 वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों के डेटा का औसत निकाल कर की गई, जो 2018-19 के सर्दियों के मौसमी औसत की तुलना में 17 प्रतिशत कम है। दस सबसे पुराने केंद्रों के आंकड़ों के आधार पर स्थिति 20 प्रतिशत बेहतर हुई है।’’

रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘इस बार सर्दियों में, करीब 10 दिन शहर भर में एक्यूआई (वायु गुणवत्ता सूचकांक) गंभीर या बहुत खराब श्रेणी में रहा, जो पिछले साल की सर्दियों के 24 दिनों और 2018-19 की सर्दियों के 33 दिनों की तुलना में बहुत कम है।’’

सीएसई ने कहा है कि शहर में अच्छी वायु के पांच दिन भी दर्ज किये गये, जो पिछली सर्दियों की तुलना में बेहतर स्थिति है।










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