राष्ट्र रक्षा में बीएसएफ की वीरता और अटूट भावना उसके समर्पण का प्रमाण: प्रधानमंत्री मोदी

डीएन ब्यूरो

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 59वें स्थापना दिवस पर शुक्रवार को इस उत्कृष्ट बल की सराहना की और कहा कि राष्ट्र की रक्षा के लिए उनकी वीरता और अटूट भावना उनके समर्पण का प्रमाण है। पढ़िए डाईनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

बीएसएफ की वीरता और अटूट भावना
बीएसएफ की वीरता और अटूट भावना


नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 59वें स्थापना दिवस पर शुक्रवार को इस उत्कृष्ट बल की सराहना की और कहा कि राष्ट्र की रक्षा के लिए उनकी वीरता और अटूट भावना उनके समर्पण का प्रमाण है।

मोदी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'बीएसएफ के स्थापना दिवस पर हम इस उत्कृष्ट बल की सराहना करते हैं, जिसने हमारी सीमाओं के संरक्षक के रूप में अपनी पहचान बनाई है। हमारे राष्ट्र की रक्षा में उनकी वीरता और अटूट भावना उनके समर्पण का प्रमाण है। मैं प्राकृतिक आपदाओं के मद्देनजर बचाव और राहत कार्य के दौरान बीएसएफ की भूमिका की भी सराहना करना चाहूंगा।'

डाईनामाइट न्यूज़ संवादाता के अनुसार  बीएसएफ की स्थापना वर्ष 1965 में भारत की सीमाओं की रक्षा और अन्तरराष्ट्रीय अपराध को रोकने के लिए की गई थी। बीएसएफ केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के अंतर्गत आता है। बांग्लादेश की आज़ादी में ‘सीमा सुरक्षा बल’ की अहम भूमिका अविस्मरणीय है।










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