

स्वरा भास्कर ने अपनी बेटी राबिया की परवरिश के बारे में खुलकर बात की है, जिसमें विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों का समावेश शामिल है।पढ़िए डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट
मुंबई: बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री स्वरा भास्कर अपने बेबाक अंदाज के लिए अक्सर चर्चाओं में बनी रहती हैं। अपनी स्पष्ट विचारधारा के कारण वह कई बार ट्रोल भी होती हैं। हाल ही में, स्वरा ने अपनी शादीशुदा जिंदगी और बेटी राबिया रामा की परवरिश को लेकर खुलकर बात की है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार 2023 में स्वरा ने मुस्लिम राजनीतिक नेता फहाद अहमद से शादी की और इसी वर्ष उन्होंने अपनी बेटी राबिया का भी स्वागत किया। स्वरा ने कहा कि वह अपनी बेटी की परवरिश में विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों का समावेश कर रही हैं।
एक शो के दौरान, स्वरा ने अपने बचपन के अनुभवों पर चर्चा की और बताया कि उनके पिता कैसे रामायण और महाभारत जैसी पौराणिक कथाओं के माध्यम से उन्हें आज की संस्कृति से परिचित कराते थे। उन्होंने बताया, "जब मैं छोटी थी और खाना नहीं खाती थी, तो मेरे पिता मुझे कहानियां सुनाते थे। वह मुझे बताते थे कि कहानी के क्लाइमेक्स तक पहुंचने के लिए मुझे अपनी थाली की सभी चीजें खानी होंगी, जिससे मुझे खाने में रुचि भी होने लगी।"
स्वरा ने राबिया की परवरिश के संबंध में कहा, "मैं किसी एक धर्म या संस्कृति में विश्वास नहीं करती। फहाद और मैंने तय किया है कि हम अपनी बेटी के लिए सभी धर्मों की रस्में निभाएंगे, चाहे वो हिंदू हों, मुस्लिम, सिख या ईसाई। यह सब करने का उद्देश्य मेरी बेटी को सुरक्षित रखना है।"
स्वरा ने ये भी बताया कि वह फहाद से कहती हैं कि जब राबिया को तबियत खराब होती है या खांसी होती है, तो वह दुआ पढ़ने के लिए उन्हें प्रेरित करती हैं। इस तरह, स्वरा भास्कर न केवल अपने व्यक्तिगत जीवन में धरोहरों को समेटती हैं, बल्कि अपनी बेटी को भी एक समग्र और समावेशी दृष्टिकोण के साथ बड़ा करने में यकीन रखती हैं। उनकी यह विचारधारा सामाजिक सौहार्द और धार्मिक सहिष्णुता को प्रोत्साहित करती है, जो वर्तमान समय में अत्यंत महत्वपूर्ण है।