

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर इतिहास रचकर धरती पर वापस आ गए हैं। उनका स्वागत समुद्र में तैरते डॉल्फिन के झुंड ने किया। दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की इस ऐतिहासिक वापसी की पूरी कहानी… पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में
वाशिंगटन: नासा की भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर भारतीय समयानुसार बुधवार तड़के 3:27 बजे धरती पर लौट आए। उन दोनों की सफल लैंडिंग फ्लोरिडा के तट पर हुई, जहां स्पेसएक्स क्रू-9 ने अपनी यात्रा समाप्त की। इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों ने केवल आठ दिनों के लिए अंतरिक्ष में जाने का कार्यक्रम बनाया था लेकिन तकनीकी खराबी के कारण उन्हें नौ महीने और 13 दिनों तक वहां रहना पड़ा।
डाइनामाइट न्यूज़ संवादाता के अनुसार, 53 साल की सुनीता विलियम्स और 62 वर्षीय बुच विल्मोर की वापसी का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था। भारतीय समयानुसार बुधवार की सुबह 3:27 बजे, उनका कैप्सूल पानी में सफलतापूर्वक उतरा। जब उनका ड्रैगन कैप्सूल समुद्र में उतरा, तो उनके चारों ओर डॉल्फिन का एक झुंड तैरता हुआ दिखा, जो उनके स्वागत में मौजूद था।
ड्रैगन कैप्सूल के चारों ओर तैरती दिखी डॉल्फिन
जब रिकवरी पोत ने ड्रैगन कैप्सूल को पानी से बाहर निकालने का कार्य शुरू किया, तब डॉल्फिन लगातार कैप्सूल के चारों ओर तैरती रहीं। इसके बाद अंतरिक्ष यात्रियों को रिकवरी पोत से बाहर निकाला गया। उनका यह कदम अत्यधिक महत्वपूर्ण था, क्योंकि अंतरिक्ष में लंबे समय बिताने के कारण उनके शरीर पर असर पड़ सकता है। इसके चलते रिकवरी पोत ने उन्हें स्ट्रेचर पर ले जाने का निर्णय लिया, जो सामान्य प्रक्रिया है।
सुनीता और बुच को मेडिकल जांच के बाद घर लौटने की मिलेगी अनुमति
सुनीता और बुच को सीधे ह्यूस्टन में जॉनसन स्पेस सेंटर ले जाया गया, जहां उन्हें प्रारंभिक मेडिकल जांच के लिए रखा जाएगा। अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने के वजह से अंतरिक्ष यात्रियों के शरीर में कई बदलाव आते हैं, और इसीलिए उन्हें स्वास्थ्य संबंधी जांच से गुजरना आवश्यक है। नासा के डॉक्टर उनकी जांच करने के बाद ही उन्हें घर लौटने की अनुमति देंगे।
सुनीता और बुच की वापसी ने रचा इतिहास
जॉनसन स्पेस सेंटर में कुछ दिनों तक रहने के बाद, दोनों अंतरिक्ष यात्री अपने अनुभवों, चुनौतियों, और सफलताओं के बारे में बताएंगे। इसके बाद, उन्हें अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने का अवसर मिलेगा। परिवार के साथ समय बिताना मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है और यह उन्हें सामान्य जीवन की ओर लौटने में मदद करेगा।
सुनीता विलियम्स ने अपनी वापसी से पहले कहा था कि वह अपने दो कुत्तों और परिवार से मिलने का इंतजार कर रही हैं। एक्सपर्ट का मानना है कि अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी पर वापस सामान्य होने में कई हफ्ते लगते हैं।
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी ने न केवल नासा के मिशन की सफलता को दर्शाया, बल्कि अंततः यह भी साबित किया कि एक उत्कृष्ट मानव अनुभव की यात्रा कितनी खास होती है। इससे यह भी संकेत मिलता है कि मानवीय अंतरिक्ष यात्रा में जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, वे केवल तकनीकी ही नहीं, बल्कि व्यक्तिगत भी होती हैं।
सुनीता और बुच की वापसी हर मायने में इतिहास रच दी है। साथ ही, उनकी सफल लैंडिंग और डॉल्फिन का स्वागत उनके साहस और अदम्य इच्छा शक्ति का प्रतीक है।